अम्बिकापुर

भारतीय जनता पार्टी के 45 वें स्थापना दिवस पर भाजपा की स्थापना का इतिहास एवं लेखक- कवि और भाजपा के संवाद प्रमुख संतोष दास द्वारा लिखित रचना…

आज 6 अप्रैल को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का 45वां स्थापना दिवस है। 1980 में आज ही के दिन स्थापित, भाजपा आज विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है, जिसके 17 करोड़ से अधिक सदस्य हैं।

भाजपा का इतिहास

भाजपा की जड़ें 1951 में श्यामाप्रसाद मुखर्जी द्वारा स्थापित भारतीय जनसंघ में हैं। 1977 में आपातकाल के बाद, जनसंघ अन्य दलों के साथ मिलकर जनता पार्टी बन गया, जिसने 1977 के आम चुनावों में कांग्रेस को हराया। हालांकि, 1980 में जनता पार्टी के विघटन के बाद भाजपा का गठन हुआ।

भाजपा की विचारधारा

भाजपा की विचारधारा में हिन्दुत्व, राष्ट्रवाद और आर्थिक उदारीकरण शामिल हैं। इसकी नीतियों ने ऐतिहासिक रूप से एक पारंपरिक हिंदू राष्ट्रवादी विचारधारा को प्रतिबिंबित किया है ।

भारतीय जनता पार्टी के 45 वें स्थापना दिवस पर लेखक, कवि और भारतीय जनता पार्टी के संवाद प्रमुख संतोष दास ने अपनी रचना प्रस्तुत की है..

अटल,आडवानी,कुशाभाऊ;
और निकले श्यामा,दीनदयाल।
त्याग,तपस्या,बलिदानों की,
नींव पर बना ये संगठन विशाल।

विश्वगुरू हो भारत वर्ष हमारा,
ये लक्ष्य सुनिश्चित कर चले।
कार्यकर्ता एक-एक जोड़कर,
राष्ट्रीय स्वाभिमान गढ़ चले।

जीवन,यौवन,किया समर्पित,
सर्वस्व समर्पण होम किया।
सर्वोपरि मानकर देशहित को,
राष्ट्रभक्ति का आलोम किया।

महामानव, पितृपुरुषों के,
संघर्ष की करूण गाथा है।
नमन् तुझे हे महामना,
सम्मान में झुकता माथा है।

जम्मू कश्मीर में परमिट तोड़,
डा.श्यामा ने किया प्रतिकार।
अखण्ड भारत की आहुति में,
प्राणों को दिया देश पर वार।

एकात्म मानव दर्शन देकर,
मानवता का अर्थ बताया।
आचार,विचार,संस्कार हमें दे,
दीनदयाल ने समर्थ बनाया।

पंच निष्ठाएं हैं मूल सिद्धांत,
राजनीति केवल मूल्यों का आधार।
सर्वधर्म समभाव,राष्ट्रवाद,
लोकतंत्र,समतावादी गांधी विचार।

कवि ह्रदय है हिन्दू तन मन,
स्वयंसेवक की सोंच प्रबल।
छवि स्वच्छ,व्यक्तित्व प्रखर,
अजात शत्रु अद्भुत ‘अटल’।

सौम्य, सरल, सामान्य जीवन;
सादगी ही इनकी पहचान थी।
सबसे अलग कुशाभाऊ की,
संगठन,कार्यकर्ता तो जान थी।

संगठन कौशल्य,रणचातुर्य;
सभी गुणों के परिचायक हैं।
लौह पुरूष श्री लाल कृष्ण,
रथ यात्रा के महानायक हैं।

कार्यकर्ता हैं सर्वश्रेष्ठ यहाँ,
सबका आदर,बडा सम्मान है।
नरेन्द्र सा है नेतृत्व सबल,
कार्यकर्ता की यही पहचान है..
कार्यकर्ता की यही पहचान है..
भारत माता की जय..!!🌹🙏

रचनाकार-
✍कवि संतोष सरल,अंबिकापुर9826165324

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