ओलंपिक खेलों के पहले ही दिन मिला सिल्वर मेडल वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने सिडनी ओलंपिक मे जीता भारत का पहला सिल्वर मेडल
टोक्यो ओलंपिक में मीराबाई चानू ने पहला मेडल जीतकर भारत का सिर गर्व ऊंचा कर दिया है. आज टोक्यो ओलंपिक का पहला दिन है और पहले ही दिन भारत की झोली में एक मेडल आ गया है. मीराबाई चानू नेल 49 किग्रा स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीतकर भारत का खाता खोला दिया. इसी के साथ ओलंपिक खेलों की भारोत्तोलन स्पर्धा में मेडल का भारत का 21 साल का इंतजार खत्म हो गया.
मीराबाई चानू के मेडल जीतते ही पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई है. मीराबाई चानू ने अपनी सफलता से पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है. मीराबाई चानू की उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है.
चानू ने क्लीन एवं जर्क में 115 किग्रा और स्नैच में 87 किग्रा से कुल 202 किग्रा वजन उठाकर सिल्वर मेडल अपने नाम किया. इससे पहले कर्णम मल्लेश्वरी ने सिडनी ओलंपिक 2000 में देश को भारोत्तोलन में ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था. चीन की होऊ झिऊई ने कुल 210 किग्रा (स्नैच में 94 किग्रा, क्लीन एवं जर्क में 116 किग्रा) से गोल्ड मेडल अपने नाम किया. इंडोनेशिया की ऐसाह विंडी कांटिका ने कुल 194 किग्रा का वजन उठाकर ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया.
मीराबाई चानू ने पहले ही किया था मेडल का दावा
ओलंपिक खेलों के लिए टोक्यो रवाना होने से पहले ही मीराबाई चानू ने भारत के लिए मेडल जीतने का दावा किया था. मीराबाई चानू ने देश की झोली में पहला मेडल डाल दिया है. मीराबाई चानू के कोच ने भी दावा किया था कि सिल्वर मेडल पक्का है. क्लीन एंड जर्क के आखिरी प्रयास में 117 किलोग्राम का भार उठाने की कोशिश की थी, लेकिन वो सफल नहीं हो पाई और उन्होंने देश की झोली में सिल्वर मेडल डाला.