पश्चिम बंगाल

ममता बनर्जी ने नहीं दिया हेलीकॉप्टर बाइक ई रिक्शा और पैदल ही हिंसा ग्रस्त इलाकों में पहुंचे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़

पश्चिम बंगाल से राज्यपाल हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचने के लिए बाइक और ई रिक्शा से गए। इसके अलावा पर कई किलोमीटर पैदल भी चले। वह गलियों और लोगों के टूटे और जलाए गए घरों के अंदर भी गए।

राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सभी पीड़ितों को पुनर्वास, मुआवजा और शांति व्यवस्था बनाने की दिशा में कदम उठाएं। साथ ही आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। उधर, ममता बनर्जी ने राज्यपाल के दौरे को असंवैधानिक करार दिया है।

हेलिकॉप्टर देने से किया इनकार’

राज्यपाल ने कहा था कि उन्हें राज्य के हिंसा प्रभावी इलाकों को दौरा करना है। वह हेलिकॉप्टर मांग रहे हैं लेकिन उन्हें ममता सरकार हेलिकॉप्टर नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें हेलिकॉप्टर नहीं मिल रहा है, फिर भी वह प्रभावित इलाकों को दौरा करेंगे।

महिलाओं ने रो-रोकर बताई व्यथा

धनखड़ ने आश्चर्य व्यक्त कि क्या मुख्यमंत्री ने चुनाव नतीजों के बाद हुई हिंसा से प्रभावित और पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम इलाके के शरणार्थी शिविरों में रह रही महिलाओं और बच्चों का क्रंदन सुना है। उन्होंने हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात की जिन्होंने केंदेमारी, बंकिम मोड़, चिलाग्राम, नंदीग्राम बाजार और टाउन क्लब इलाकों में शरण ली है।
ज्‍वालामुखी पर बैठा है पश्चिम बंगाल’
राज्‍यपाल ने कहा, ‘हमें पश्चिम बंगाल के हालात को देखकर दुख होता है। भारत ने ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी थी। राज्य एक तरह से ज्वालामुखी पर बैठा है।’ शिविरों में रहने वाले लोगों ने दावा किया कि वे दो मई को चुनाव नतीजे आने के बाद नंदीग्राम स्थित अपने घरों से भागने को मजबूर हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने उनके घरों में लूटपाट की। राज्यपाल ने कहा, ‘मुख्यमंत्री को लोगों का दर्द समझना चाहिए। उन्हें यहां और अन्य स्थानों पर चुनाव नतीजों के बाद हुई हिंसा पर ध्यान देना चाहिए।’

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