झीरम घाटी कांड की हो जाँच.. श्रधांजलि सभा मे उठी आवाज..

पोड़ी मोड़-प्रतापपुर।25 मई 2013 को बस्तर में परिवर्तन यात्रा निकाल कर पूरे प्रदेश में सत्ताशीन बीजेपी के 10 वर्षों के कुसाशन, भ्रष्टाचार ,प्रसाशनिक अराजकता के विरुद्ध मोर्चा खोल कर, तात्कालिक कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष स्वर्गीय नन्द कुमार पटेल,स्वर्गीय विद्याचरण शुक्ल,स्वर्गीय पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा (बस्तर टाइगर), सहित अन्य कांग्रेसजन रैली कर आगे जा रहे थे।इसी दरम्यान उन कांग्रेस काफिले पर झीरम घाटी में नक्सलियों के द्वारा घात लगाकर निहत्थे कांग्रेसियों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई जिससे हमारे कोंग्रेस के प्रथम पंक्ति के बड़े नेताओं की नृशंस हत्या की गई। जिस घटना ने छतीसगढ़ प्रदेश की राजनीति में शून्यता ला दी थी वही देश भर में छतीसगढ़ की यह पहली ऐसी घटना कारित हुई थी जिसमे कांग्रेस के निहत्थे राजनेताओ की हत्या की गई थी। आज 7 वर्ष बाद भी यह दुखद ह्रदय विदारक घटना है।यह घटना कांग्रेस जनों के मनोमस्तिक में ताजा जख्म बन कर उभर जाती है आज तक इस घटना को अंजाम देने वालो के विरुद्ध कार्यवाही नही हो सकी है। अब इस घटना से पर्दा उठाया जाना चाहिए जहाँ प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छतीसगढ़ शासन के द्वारा 25 मई को प्रदेश भर में झीरम श्रद्धांजलि दिवस घोषित कर के सहादत दिए नेताओं को सच्ची श्रधांजलि देने सम्मान दिया है।उक्त बातें सुरजपुर कांग्रेस जिला मीडिया सेल के जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने स्थानिय कांग्रेस कार्यालय पैलेस रामानुजनगर में श्रद्धांजलि सभा के दौरान कही।
सर्व प्रथम कांग्रेस कार्यालय पैलेश में 25 मई को झीरम घाटी में कांग्रेस के शहीद दिवंगत नेताओ के छायाचित्र के सामने श्रद्धांजलि सभा मे दीप जला कर एवं पुष्प अर्पित कर दो मिनट का मौन धारण कर श्रधांजलि दी वहीं कार्यक्रम में कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ट के जिला अध्यक्ष राम लखन सिंग ,जिला महामंत्री भूपेंद्र साहू , संजय पाण्डेय ,शोभित राम चौधरी , रविश गुप्ता,समरथ प्रजापति,विवेक प्रताप सिंह ,अविनाश साहू ,ज्ञानचंद गुप्ता ,आलोक सुक्ला ,पवन साहू ,सन्तोष दास, उमेश साहू ,ओम् प्रकास, बाबूलाल की उपस्थिति रही वही सोसल डिस्टेनसिंग का पालन किया गया व सभी मास्क लगा कर सम्मिलित हुए।