दो वर्षों बाद भी नही बना आंगनबाड़ी का भवन
लालचंद शर्मा हिन्द शिखर न्यूज़ भैयाथान:- विकासखण्ड के ग्राम पंचायत चोपन में स्वीकृत हुआ आंगनबाड़ी भवन का निर्माण कार्य दो वर्ष बीत जाने के बाद भी पूर्ण नही हो सका। जिसके कारण इस भवन से लाभान्वित होने वाले नौनिहालों को काफी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। कुपोषण दूर करने के नाम से खोले गये आंगनबाड़ी केंद्र का यह भवन खुद कुपोषण का शिकार हो गया है । ज्ञात हो ग्राम पंचायत चोपन में वर्ष 2018 में 6.48 लाख के लागत राशि से नवीन आंगनबाड़ी भवन निर्माण कराने की प्रशासकीय स्वीकृति मिली थी, जिसकी निर्माण की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत के सरपंच -सचिव को सौंपी गयी । पर जिम्मेदार सरपंच-सचिव के लापरवाही के कारण यह भवन मात्र छत लेबल तक ही बन पाया है। अभी इस भवन में छत ढलाई के साथ ही पलास्टर, रंग-रोगन सहित कई अन्य कार्य बाकी हैं । वहीं इसके जिम्मेदार सरपंच-सचिव मौन साधे बैठे हुये हैं। जानकारों की माने तो जिस वर्ष में इस भवन की स्वीकृति हुई थी उस वर्ष की अपेक्षा वर्तमान में भवन में लगने वाले सामाग्रियों की कीमत काफी बढ़ गयी है, अब सरपंच- सचिव को इस भवन को पूर्ण कराने के लिए अतिरिक्त राशि की भी जरूरत पड़ सकती है । वहीं सरपंच-सचिव के केचुए की चाल की गति से भवन के निर्माण कराने को लेकर ग्रामीण काफी आक्रोशित हैं।
ग्रामीणों ने लगाया घटिया निर्माण का आरोप
ग्राम चोपन के ग्रामवासियों ने बताया कि सरपंच-सचिव द्वारा काफी घटिया निर्माण कराया जा रहा है । निर्माण के द्वारान उपयोग किया जाने वाला रेसिवो काफी निम्न स्तर का है वहीं भवन निर्माण में नीव के ऊंचाई का ध्यान नही दिया गया है जिससे बरसात का पानी इस भवन के अंदर प्रवेश कर सकता है।
पेड़ के नीचे बैठने को मजबूर नौनिहाल
इस संबंध में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुनीता श्रीवास्तव ने बताया कि दो वर्ष पूर्व इस भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था पर अभी तक नही बन पाया है। छोटे नौनिहालों को मजबूरन आम पेड़ के नीचे बैठाना पड़ रहा है जहां न शौचालय की व्यवस्था है और न ही छत की । पूर्व में जिस भवन में आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किया जा रहा था वह क्षतिग्रस्त हो चुका है वहां बच्चों को बैठाना सम्भव नही है। श्रीमती श्रीवास्तव ने बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द भवन को पूर्ण कराने की अपील की हैं।
इस संबंध में भैयाथान के मुख्यकार्यपालन अधिकारी आर.बी.तिवारी से बात की गई। जिन्होंने इस विषय पर जानकारी नही दी और फोन काट दिया।
इस विषय पर जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी आकाश छिकारा ने जांच करवाने की बात कही है।