सुर्खियां बटोर रहा लफरी जलप्रपात, दिन पे दिन बढ़ रही पर्यटकों की संख्या.. प्रशासन की अनदेखी का दंश झेल रहा ‘यह जलप्रपात’
राकेश पाठक हिंद शिखर न्यूज भैयाथान:- छत्तीसगढ़ कई खूबसूरत जलप्रपातों से भरा है और इसी वजह से इसे सबसे खूबसूरत जगहों में शुमार किया गया है। मैदानी क्षेत्रों से लेकर झरनों तक सब आंखों को आकर्षित करते हैं। इस राज्य में पर्यटकों के देखने लायक बहुत कुछ है। ऐसा ही एक जलप्रपात सूरजपुर जिले में स्थित है जो इन दिनों स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय साबित हो रहा है जिसका नाम है लफरी जलप्रपात जो सूरजपुर जिले के ओड़गी विकास खंड में स्थित है जो वर्तमान दिनों में काफी सुर्खियां बटोर रहा है। यह जलप्रपात विकास खंड ओड़गी मुख्यालय से कुछ दूरी पर प्रवाहित होने वाली रेण नदी पर स्थित है, जो लोगों के लिए काफी मनमोहक साबित हो रहा है यह जलप्रपात घने जंगलों के बीच मे स्थित है जो आने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है ये जगह प्राकृतिक छटाओं से घिरी हुई है आये दिन सैकड़ों लोग इस जलप्रपात को देखने पहुंचते हैं , यहां पहुंचने वालों के लिए यह जगह पिकनिक मनाने के लिए उपयुक्त स्थान साबित हो रहा है। यहां पहुंचने वाले लोग इस स्थान पर घंटो समय बिताते हैं वहीं लोगों की माने तो घने जंगलों के बीच मे होने के कारण यह काफी मनमोहक व शुकन देने वाला स्थान है।
कैसे पहुंचे लफरी
सूरजपुर जिले के बाहर से आने वाले पर्यटकों को लफरी जलप्रपात पहुंचने के लिए सबसे पहले सूरजपुर जिला मुख्यालय पहुंचना होगा जिला मुख्यालय पहुंचने के बाद दो पहिया या चार पहिया वाहन से उत्तर दिशा की ओर 20 किलोमीटर दूरी पर स्थित भैयाथान विकास खण्ड मुख्यालय तक पहुंचना होगा यहां से ओड़गी विकास खंड मुख्यालय के लिए 20 किलोमीटर का सफर करना पड़ेगा यहाँ पहुंचने के बाद पर्यटकों को टमकी-मसंकी मार्ग का सफर करते हुए लगभग 20 किलोमीटर का और सफर करना होगा यह सफर पूरा होते ही आप लफरी जल प्रपात पहुंच चुके होंगे।
प्रशाशन की अनदेखी
वैसे तो लफरी जलप्रपात रंग- बिरंगी वादियों से भरा पूरा है क़ुदरत का अनुपम उपहार इस स्थान को मिला हुआ है किसी और चीज़ की जरूरत तो नही है ,फिरभी इस जलप्रपात को देखने आने वाले लीगों व स्थानियजनो की माने तो इस स्थान पर कुछ सुविधाओं की कमी है जिसको प्रशासन को दूर करना चाहिए,पर प्रशासन इस ओर ध्यान नही दे रहा है। वही इस संबंध में जानकारों का कहना है कि छत्तीसगढ़ सरकार इस प्रकार के पर्यटन स्थल को बढ़ावा देने के लिये कई प्रकार की योजनाओं का संचालन कर रही है जिसके लिए प्रशाशन को पर्याप्त राशि भी आवंटित करती है पर उन योजनाओं और राशि का लाभ लफरी जलप्रपात को नही मिल पा रहा है, जिसको लेकर लोगों में खासी नाराजगी देखी जा सकती है । खैर लोगों को उम्मीद है कि जिला प्रशासन की यह अनदेखी एक न एक दिन जरूर खत्म होगी और इस पर्यटन स्थल का भी विकास होगा ।
अवैध वसूली के लग चुके हैं आरोप
मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले यहां आने वाले पर्यटकों से पर्यटन स्थान के साफ सफाई के एवज में कुछ ग्रामीणों के द्वारा 50 रुपये से 100 रुपये की अवैध वसूली करने का मामला सामने आया था जिस पर स्थानीय जनप्रतिनिधि व वन विभाग के द्वारा रोक लगवा दिया गया था ।
क्या कहते हैं अधिकारी और जनप्रतिनिधी
इस संबंध में विकास खंड ओड़गी के मुख्यकार्यपालन एस. के. मरकाम का कहना है कि लफरी जलप्रपात वन विभाग के क्षेत्राधिकार में आता है जसमे हम हस्तक्षेप नही कर सकते। दिन पे दिन पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है जिसको ध्यान में रखकर मेरे द्वारा वन विभाग के अधिकारियों से चर्चा की गई थी और उक्त स्थान पर विश्रामगृह ,वाहन पार्किंग जैसी सुविधाओं को विकसित करने को कहा गया था
ओड़गी भाजपा मंडल अध्यक्ष राजेश तिवारी ने बताया कि लफरी जलप्रपात में सुविधा विकसित करने को लेकर मेरे द्वारा कई बार वन विभाग के रेंजर से बात की गई पर उनके द्वारा कोई पहल नही किया गया। लफरी जलप्रपात में कई स्थान ऐसे हैं जो काफी खतरनाक हैं , आने वाले पर्यटकों के साथ किसी प्रकार की दुर्घटना न हो उसके लिए सुविधा विकसित करना अतिआवश्यक है।
कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष गौतम कुशवाहा ने कहा कि इस संबंध में मेरे द्वारा विधायक जी चर्चा की गई है उंन्होने जल्द से जल्द जिम्मेदार विभाग को पर्यटन स्थल पर उचित सुविधा की व्यवस्था के लिए निर्देशित करने को कहा है।
वन विभाग के रेन्जर नरेन्द्र गुप्ता से बात करने पर उंन्होने बताया कि लफरी जलप्रपात में आवश्यक सुविधा विकसित कराने को लेकर उच्चकार्यालय को पत्र भेज दिया गया है बजट का अभाव होने के कारण देरी हो रही है जैसे ही बजट जारी होगी उक्त स्थान पर आवश्यक कार्य प्रारंभ करा दिया जाएगा ।