जशपुर

हेल्‍थ एंड वेलनेश सेंटर- सिटोंगा में अब 12 प्रकार की स्वास्थ सेवाएं मिलेंगी

हिंद शिखर न्यूज़ जशपुर : देश में स्वास्थ्य सुविधाएँ बढ़ाने के लिए सरकार ने स्वास्थ क्षेत्र की आधारभूत अवसंरचना में अमूल चूल परिवर्तन लाने का निश्चय किया है। इस सन्दर्भ में देश में उप स्वास्थ्य केंद्र के नाम पर चल रहे स्वास्थ्य केन्द्रों के स्थान पर ‘हेल्‍थ एंड वेलनेश सेंटर’ शुरू करने कि योजना पर कार्य प्रारम्भ हो गया है। पहले सब हेल्थ सेंटर में मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाता था। अब उसी केंद्र को ‘हेल्‍थ एंड वेलनेश सेंटर’ के तौर पर विकसित किया गया है ।अब इस सेंटर पर कम्‍यूनिकेबल और नॉन कम्‍यूनिकेबल दोनों तरह की बिमारियों को कवर कर रहे है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर सिटोंगा में अभी जशपुर ब्लॉक के ही आर.एम.ए डॉक्टर साकेत वर्मा की सेवाएं ली जारही है इनकी पदस्थापना लोदाम विकासखंड अन्तर्ग पैकु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कि गई है। एक उप स्वास्थ्य केन्द्र से आसपास के पांच-छह गांव जुड़े होते हैं। हैल्थ वेलनेस सेंटर सीटोंगा में वर्तमान में 2 एएनएम, श्रीमती बालेश्वरी भगत और श्रीमती कविता मिश्रा और एमपीडब्ल्यू, श्री आनंद प्रधान कार्यरत है और इनके साथ क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता भी काम करतीं हैं। हैल्थ वेलनेस सेंटर बनने के बाद से यहां उतरोतर वृद्धि हुई है। लोग यहां अब पहले की अपेक्षा प्रसव और स्वास्थ जांच के लिए ज्यादा अारहे है और उच्च रक्त चाप और सुगर के मरीज चिकित्सक के आने वाले दिन खुद ही रूटीन चेकअप और सलाह के लिए खुद ही आजाते है। महिला की प्रसव पूर्व जांच में सभी सकिर्ये सह भागिता से काम करते हुए हितग्राही को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर अस्पताल में ही प्रसव करने सहित अन्य समस्यायों के बारे में विस्तार से बताते है। यदि इसी प्रकार ग्रामीण इलाकों में मातृत्व स्वास्थ्य ,नवजातों और बच्चों के टीकाकरण के साथ ही नॉन कम्‍यूनिकेबल डिजीज स्क्रीनिंग की व्यवस्था होती है तो रोगों को प्राथमिक स्तर पर ही उपचार कर रोका जा सकता है आम तौर पर उप स्वास्थ्य केन्द्रों में रिप्रोडक्टिव , मैटरनल, न्यूनेटल, चाइल्ड एंड एडोलसेंट की अवधारणा पर ही काम होता था। मातृत्व स्वास्थ्य के साथ ही नवजातों, बच्चों और किशोरियों के स्वास्थ्य केन्द्रों के रूप में ही उपयोग होता है, लेकिन अब यहां इनके अलावा 6 अन्य प्रकार के मरीजों की स्क्रीनिंग और ट्रीटमेंट की सुविधा मिलेगी। इनमें एनसीडी स्क्रीनिंग, दंत रोग,ईएनटी रोग, मुख रोग, मानसिक रोग, के साथ बर्न और ट्रामा के मरीजों को प्राथमिक इमरजेंसी ट्रीटमेंट दिया जा सकेगा।

वेलनेस सेंटर के आस-पास के इलाके में रहने वाले तीस साल से अधिक उम्र के लोगों के बीपी, डायबिटीज व कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की नि:शुल्क जांच की जाएगी और जरूरत के अनुसार उनको दवा और परामर्श दिया जाएगा।

– इन लोगों की बीमारी के आधार पर तीन केटेगरी बनाई जाएगी। जिसमें इलाज की जरूरत नहीं, परहेज की जरूरत और दवा की जरूरत के आधार पर इनकी बीमारियों का इलेक्ट्रानिक व फिजिकल रिकार्ड मेंटेन किया जाएगा।

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