अम्बिकापुर

‘छत्तीसगढ़ हिंदी साहित्य परिषद’ सरगुजा ईकाई का पुनर्गठन..विनोद हर्ष अध्यक्ष संतोष सरल बने महासचिव

हिंद शिखर न्यूज़ अंबिकापुर/ साहित्यकारों को निरंतर प्रोत्साहित कर साहित्य के क्षेत्र में लंबे समय से कार्य करने वाली तथा अपनी कार्यशैली से अलग पहचान स्थापित करने वाली संस्था छत्तीसगढ़ हिंदी साहित्य परिषद सरगुजा ईकाई का गत दिनों संस्था के प्रदेश महासचिव वरिष्ठ साहित्यकार,लोककला मर्मज्ञ डॉ सोमनाथ यादव(पूर्व अध्यक्ष, पिछड़ा वर्ग आयोग छत्तीसगढ़ शासन) की अध्यक्षता में एवम् प्रदेश संरक्षक मंडल के सदस्य राघवेंद्र धर दीवान, महेश श्रीवास तथा राजेन्द्र मौर्य (सभी बिलासपुर) की उपस्थिति में संस्था के सरगुजा ईकाई का पुनर्गठन किया गया.. पुनर्गठन में सर्वसम्मति से जिले के लोकप्रिय कवि द्वय विनोद हर्ष को अध्यक्ष तथा संतोष दास सरल को महासचिव बनाया गया।इसी क्रम में कोषाध्यक्ष कवि अंचल सिन्हा को तथा उपाध्यक्ष देवेन्द्र नाथ दुबे, श्रीमती मीना वर्मा, अंजनी सिन्हा, विनोद तिवारी और विजय सिंह दमाली(लुण्ड्रा) को बनाया गया, संस्था के सचिव का दायित्व मुकुंद लाल साहू, श्याम बिहारी पांडेय, डॉ योगेन्द्र गहरवार,प्रकाश कश्यप तथा श्रीमती सीमा तिवारी को दिया गया, साहित्य सचिव- राजनारायण द्विवेदी व श्रीमती स्नेहलता वर्मा(सीतापुर)और कार्यालय सचिव- एकता सिरीकर तथा प्रचार सचिव- अम्बरीश कश्यप के साथ संरक्षक मंडल में पूर्व अध्यक्ष एस पी जायसवाल, राजेन्द्र रंजन गायकवाड (जेल अधीक्षक) रंजीत सारथी, द्वारिका यादव विकास,बी डी लाल, श्रीमती संध्या सिंह तथा हरेश गुप्ता(रघुनाथपुर) को महती जवाबदारी दी गई, वहीं कार्यकारणी सदस्य के रूप में श्रीमती गीता द्विवेदी, श्रीमती पूर्णिमा पटेल, श्रीमती माधुरी जायसवाल, राजेन्द्र विश्वकर्मा, कृष्ण कांत पाठक, नीलम सोनी(सीतापुर) तारा पांडेय(लखनपुर), शिल्पा पांडेय,(उदयपुर) प्रीतम देवांगन(उदयपुर), लता नायर(लखनपुर), अंजली बड़ा(उदयपुर), तजिंदर बग्गा, डॉ राहुल आर्य, जयंत खानवलकर(उदयपुर), अजय श्रीवास्तव, अंजनी पांडेय, श्रीमती रेखा राय, विशाल कश्यप,श्रीमती सूरजकांति गुप्ता श्री मंदीप गुप्ता (मैनपाट)श्री आशीषन टोप्पो(बतौली) आदि प्रमुख है।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ हिंदी साहित्य परिषद के नवनियुक्त अध्यक्ष विनोद हर्ष ने हिंदी साहित्य परिषद के प्रदेश संगठन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए सभी को यह विश्वास दिलाया कि हिंदी साहित्य परिषद् की गरिमा व ख्याति के अनुरूप साहित्यकारों को मंच प्रदान करने व उनके उत्साहवर्धन का कार्य जिले में और तेजी से किया जाऐगा.. इस अवसर पर परिषद् के नवनियुक्त महासचिव संतोष दास सरल ने कहा कि हिंदी साहित्य परिषद् जैसी गरिमामयी संस्था का पदाधिकारी होना गर्व की बात है.. परिषद् साहित्य के क्षेत्र में कार्य करने वाले प्रतिभावान कलमकारों को आगे बढा़ने में सहायक सिद्ध होगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button