वेक्सिन के दोनों डोज लगने के 20 दिन बाद इस स्वास्थ्य कर्मचारी के कोरोना पोजिटिव निकलने से मचा हडकम्प
मुकेश अग्रवाल पत्थलगांव- वैक्सीनेशन अभियान के बावजूद कोरोना महामारी से संक्रमित होने वालों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। इसी के चलते प्रदेश के लोगों में सतर्कता बरतने की बजाय वैक्सीनेशन कराने की होड़ मची हुई है। इसी बीच शनिवार को पत्थलगांव में कोरोना संक्रमण और वैक्सीनेशन से जुड़े मामले के बाद वैक्सीनेशन अभियान पर सवाल खड़ा होने के साथ-साथ लोगों में कोरोना का डर दुबारा से बसता हुआ नजर आने लगा है।
जानकारी के मुताबिक, पत्थलगांव सिविल अस्पताल में पदस्थ ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक पुरुष ललित यादव ने खुद के भीतर कोरोना के लक्षण पाए जाने पर अपनी कोविड जांच कराई थी, जिसके बाद उनकी एंटीजन रिपोर्ट पॉजिटिव आई। स्वास्थ्य विभाग की ओर से ललित यादव को प्राथमिक उपचार देने के बाद होम क्वारन्टीन किये जाने की खबर है । गौर करने वाली बात यह है कि तकरीबन मार्च महीने की 16 तारीख को ललित पत्नी ने कोविड-19 के वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली थी, बावजूद इसके वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।कोविड -19 की महामारी से बचने के लिए हम सभी को वैक्सीन का इंतजार था। सभी का मानना है कि बीमारी को फैलने से रोकने के लिए टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है। वैक्सीन लोगों को लगना भी शुरू हो गई है। देखा जा रहा है कि वैक्सीन लगने के बाद भी लोगों को कोरोना हो रहा है और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। जिस वजह से लोगों की चिंता डबल हो गई है । बढ़ते मामलों को देखते हुए लोग अब असमंजस में हैं, कि वैक्सीन लगवाएं या नहीं।
पत्थलगांव बीएमओ डा जेम्स मिंज ने बताया की ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक ललित यादव के पोजिटिव होने की खबर मिली है लेकिन इससे डरने या फिर घबराने की जरूरत नही है उन्होंने कहा की यदि टीकाकरण के बाद संक्रमण हो भी जाए, तो डरने की जरूरत नहीं है। बल्कि टीकाकरण के बाद यह संक्रमण हल्का होगा। उन्होंने बताया की टीकाकरण दूसरों को सुरक्षित रखने के लिए ट्रांसमिशन की संभावना को भी कम करता है।
खैर सरकार ने सभी को कोरोना से बचने का एक बेहतरीन मौका दिया है, इसलिए अपनी जिम्मेदारी समझते हुए वैक्सीन जरूर लगवाएं। सावधानी के साथ जरूरी बातों का ध्यान रखते हुए अगर वैक्सीन लगवाएंगे, तो कोरोना आपको छू तक नहीं पाएगा। तो चलिए इस आर्टिकल में हम जानते हैं कि आखिर टीकाकरण के बाद भी लोगों के पॉजिटिव होने के कारण क्या हैंलोगों में कोरोना का डर पहले से बहुत कम हो गया है। लोग पूरी तरह से एहतियाती उपायों का पालन नहीं कर रहे हैं। यह स्थिति तब है जब सरकार बार-बार लोगों को मास्क पहनने, हाथों को साफ करने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की सलाह दे रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बताए गए सेफ्टी प्रोटोकल की अनदेखी करने से मामलों में बढ़ोतरी हो रही हैवैक्सीन लगवाने के दौरान डॉक्टर बार-बार लोगों को वैक्सीन के नियम बता रहे हैं। डॉक्टर की टीम द्वारा टीकाकरण के पहले और बाद में किए जाने वाले उपाय भी समझाए जा रहे हैं, लेकिन लोग इनकी बात न मानते हुए बस अपनी मनमर्जी कर रहे हैं, जिसकाखामियाजा उन्हें कोविड शॉट लेने के बाद भुगतना पड़ रहा है।वैसे टीकाकरण के बाद भी संक्रमित होने की प्रक्रिया को लोग री-इंफेक्शन मान रहे हैं। लेकिन ये सच नहीं है। पत्थलगांव बीएमओ डा जेम्स मिंज ने बताया की ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक ललित यादव के पोजिटिव होने की खबर मिली है लेकिन इससे डरने या फिर घबराने की जरूरत नही है उन्होंने कहा की यदि टीकाकरण के बाद संक्रमण हो भी जाए, तो डरने की जरूरत नहीं है। बल्कि टीकाकरण के बाद यह संक्रमण हल्का होगा। उन्होंने बताया की टीकाकरण दूसरों को सुरक्षित रखने के लिए ट्रांसमिशन की संभावना को भी कम करता है।