अन्य प्रांतों से लौटे 34 लोगों को भेजा गया क्वारेंटाइन सेन्टर कोविड-19 रैपिड टेस्ट में रिपोर्ट नेगेटिव
अम्बिकापुर कोविड 19 महामारी को देखते हुए अन्य प्रदेशों एवं जिलों में फंसे मजदूरों, छात्रों या अन्य लोगों के घर वापसी का सिलसिला लगातार जारी है। लोग शासन के द्वारा प्रदत्त साधनों जैसे ट्रेन, बस या अन्य साधन के माध्यम से अपने जिलों की ओर लौट रहे हैं। इसी क्रम में आज अन्य प्रांतों से वापस आए 34 श्रमिकों एवं विद्यार्थियों को स्वास्थ्य जांच उपरांत क्वारेंटाइन सेन्टर में भेजा गया।
घर वापसी के इसी क्रम में आज सरगुजा जिले में अन्य राज्यों तथा जिलों से कुल 34 प्रवासी श्रमिक एवं छात्र-छात्राएं पहुंचे। अन्य राज्यों से मध्यप्रदेश के सतना से 1, उत्तर प्रदेश के ललितपुर से 1, लखनऊ से 2 मजदूर तथा अन्य जिलों गौरेला-पेंड्रा, कोरबा, सूरजपुर से कुल 30 मजदूर और छात्र-छात्राएं शामिल हैं। वापस आने वाले श्रमिक एवं छात्रों में सभी अम्बिकापुर तहसील क्षेत्रांतर्गत निवासी हैं। इनमें से 31 लोगों का स्वास्थ्य जांच जिला अस्पताल के कोविड-19 सेन्टर में तथा 3 लोगों का स्वास्थ्य जांच बिशुनपुर पिक-अप प्वाइंट में किया गया। सभी लोगों का कोरोना रैपिड टेस्ट किट से जांच किया गया। जिसमें सभी का जांच रिपोर्ट नेगेटिव आया। सभी लोगों को 14 दिन के क्वारेंटाइन में रहने के निर्देश देने के साथ ही संबंधित क्वारेंटाइन सेन्टर में भेजा गया। सूरजपुर से आए ललुआ, कटघोरा से आए प्यारेगिरी ने बताया कि वे लॉकडाउन से पहले मेहमानी गए हुए थे तथा वहां पर वे लॉकडाउन में फंस गए। अमृता सिंह, रिंकी दास, मीरा प्रधान, सोनिया, सोनिया, प्रियंका पटेल, निर्मला लकडा सभी छात्राएं अम्बिकापुर की निवासी है जो एग्रीकल्चर की पढ़ाई नवनिर्मित जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में रहकर पढ़ाई कर रही थीं। पढ़ाई की अनिश्चिता तथा कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए के अपने घरो में वापस आने का मन बना लिया। इसके लिए पेण्ड्रा जिला प्रशासन के द्वारा छात्रों एवं मजदूरों को उनके घर सुरक्षित पहुंचाने के लिए बस की व्यवस्था गई। इस बस के माध्यम से लगभग 30 छात्र और मजदूर अम्बिकापुर लौटे। सभी लोगों ने अपने जिले में वापसी पर शासन के द्वारा किए गए इंतजाम की तारीफ की और आभार व्यक्त किया।