गौठान में काम किये मजदूरों का नहीं हुआ मजदूरी भुगतान, मजदूर दर-दर की ठोकरें खाने मजबूर सरपंच सचिव द्वारा कराया है घटिया निर्माण, दीवाल में आई बड़ी-बड़ी दरारें
पोड़ी मोड़-प्रतापपुर। छग के चार चिन्हारी नरवा, गरूवा, धुरवा और बाड़ी का नारा सरकार ने जोरशोर से प्रचारित किया। इस योजना की हकीकत यह है कि गौठान निर्माण तो हो रहा लेकिन भुगतान नहीं हो रहा है। मजदूर मजदूरी के लिए दर दर भटक रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रतापपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत बढ़वार में करीब पांच छह माह पहले आधा- अधूरे बने गोठान निर्माण कार्य में लगे मजदूरों के मजदूरी भुगतान आज तक नहीं हो पाया है जिसके लिए मजदूर दर-दर की ठोकरे खाने मजबूर हैं वही इनके सामने भूखों मरने की स्थिति निर्मित हो गई है।
गौठान में काम किए मजदूरों में शिवमंगल, हरबंशी, विनोद, आमरसाय, मानमती, कलावती, भानुमति, रायमति,फूलमती, जूठनि,आशा सहित अन्य मजदूरों बताया कि हमारे ग्राम पंचायत के वर्तमान सरपंच हिरमनिया सोनपाकर के पति शिव कुमार सोनपाकर के द्वारा काम का नगद पैसा देने को बोलकर काम कराया गया था लेकिन आज तक पांच छः माह बीत जाने के बाद भी अब तक मजदूरी भुगतान नहीं कराया गया है।हमें मजदूरी नहीं मिलने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस गौठान में लगभग 28 मजदूरों ने काम किया है जिसे अब तक मजदूरी भुगतान नहीं किया गया है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि सरपंच सचिव द्वारा यहां गौठान का बहुत ही घटिया निर्माण कार्य कराया गया है। मवेशियों के लिए बनाए गए नाद में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं।उन्होंने जिला प्रशासन से घटिया निर्माण की जांच कराते हुए मजदूरी भुगतान जल्द से जल्द कराने की मांग की है।