सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं से ठगी, 3 महीने नौकरी करने के बाद हुआ ठगे जाने का अहसास
दीपक कश्यप हिंद शिखर न्यूज़ अंबिकापुर/ मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगार से रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। आरोप आर के शुक्ला नाम के एक व्यक्ति पर लगा है। उक्त व्यक्ति के खिलाफ सिक्योरिटी गार्डों ने मोर्चा खोल दिया। अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कर्मचारियों पर बेरोजगारों से रिश्वत लेकर नौकरी लगाने का आरोप लगता रहा है । इसी कड़ी में एक और मामला सामने आया है। जहां सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी लगाने के नाम पर एक व्यक्ति के द्वारा लगभग 40 बेरोजगार पुरुष एवं महिलाओं से तीन तीन हजार रुपए रिश्वत लेने का आरोप लगा है। पीड़ितों का आरोप है कि आर के शुक्ला नाम के एक व्यक्ति ने कुछ महीने पहले मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी लगाने का आश्वासन दिया था। वही वेतन के तौर पर सभी बेरोजगारों को हर महीने 8 हजार रुपए भुगतान करने की बात कही थी । उक्त व्यक्ति के झांसे में आकर पीड़ितों ने उसे रिश्वत के तौर पर तीन तीन हजार रुपए नगद दे दिया। पैसा लेने के बाद उक्त व्यक्ति ने सभी बेरोजगारों को सिक्योरिटी गार्ड की यूनिफॉर्म उपलब्ध करा दी। बेरोजगारों को लगा कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उनकी नौकरी मिल गई है, और हर महीने वेतन का भुगतान भी होगा। लेकिन 3 महीने ड्यूटी देने के बावजूद जब बेरोजगारों को वेतन नहीं मिला तो उन्होंने इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन से पूछा। तब पीड़ितों को इस बात की जानकारी लगी की उक्त व्यक्ति पैसे लेने के बाद झूठा आश्वासन देकर उनसे नौकरी करवा रहा है। इधर मामला उजागर होने के बाद पीड़ितों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर आरके शुक्ला से पैसा वापस करने सहित कार्यवाही की मांग की है।