कोरोना वैक्सीन को मिली मंजूरी, भारत में इस महीने से मिलेगी वैक्सीन, रूस ने दिया साथ
नई दिल्ली: कोरोना की वैक्सीन के इंतजार में कई महीने बीत गए। ऐसे में रूस की कोरोना वायरस वैक्सीन को भारत में बेचने के लिए भारत की बड़ी फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डीज के साथ समझौता हो गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रूस का सॉवरेन वेल्थ फंड (Sovereign Wealth Fund) आरडीआईएफ (Russian Direct Investment Fund) भारत की जानी-मानी फार्मा कंपनी डॉ रेड्डीज को 10 करोड़ डोज़ बेचेगा।
वैक्सीन का नाम ‘स्पुतनिक वी’
ऐसे में सबसे अहम बात तो ये है कि इसके लिए भारत की तरफ से सभी रेग्युलेटरी मंजूरी मिल गई है।
भारत में कोरोना का दौर मार्च से शुरू हुई था, इसके बाद से देश में कोरोना का संक्रमण बढ़ता गया। ऐसे में देशवासियों को कोरोना वैक्सीन का बहुत बेसब्री से इंतजार है। रूस की करोनो वैक्सीन के बारे में आपको बता दें,कि इस वैक्सीन का नाम ‘स्पुतनिक वी’ दिया है और रूसी भाषा में ‘स्पुतनिक’ शब्द का अर्थ सैटेलाइट होता है। रूस ने ही विश्व का पहला सैटेलाइट बनाया था। उसका नाम भी स्पुतनिक ही रखा था।
1 जनवरी से आम लोगों के लिए उपलब्ध
और अब रूस ने कोरोना की वैक्सीन भी सबसे पहले बनाई है। ऐसे में नए वैक्सीन के नाम को लेकर ये भी कहा जा रहा है कि रूस एक बार फिर से अमरिका को ये दिखाना चाहता है कि वैक्सीन की रेस में उसने अमरिका को पछाड़ दिया है। बिल्कुल उसी तरह जैसे कि सालों पहले अंतरिक्ष की रेस में सोवियत संघ ने अमरिका को पीछे छोड़ा था। ज्ञात हो कि रूस 11 अगस्त को कोविड-19 की वैक्सीन को मंजूरी देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया था। यह वैक्सीन अगले साल एक जनवरी से आम लोगों के लिए उपलब्ध होगी।