सरगुजा संभाग के महाविद्यालयों में पुस्तक खरीदी में व्यापक गड़बड़ी का आरोप….छात्र संगठन जोगी ने सौंपा ज्ञापन
अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ छात्र संगठन जोगी ने संभागायुक्त के द्वारा उच्च शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा है। संगठन ने सरगुजा संभाग के शासकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों द्वारा पिछले शासन काल के दौरान इंटरनैशनल बुक सेंटर के अरूण प्रकाशन की महंगी पुस्तकों को 21% छूट दिखाकर की गई खरीदी पर जांच और कार्यवाही की मांग की है । इन पुस्तकों में पाठ्यक्रम सिलेबस भी उस मात्रा में नहीं मिलता है, जितना कि साहित्य भवन जैसे अन्य प्रतिष्ठित प्रकाशनों में होता है। सभी प्रतिष्ठित प्रकाशनों की पुस्तकों का मूल्य सूची अरुण प्रकाशन की मूल्य सूची से सस्ती भी है।
कुंदन विश्वकर्मा ने बताया कि सरगुजा संभाग के सभी महाविद्यालयों में छात्रों के लिए पुस्तक खरीदी की जाती रही है। परंतु संभाग के आधे से अधिक महाविद्यालयों में छात्र हितों का हनन करते हुए प्राचार्यों ने सत्र 2016-17, 2017-18 और 2018-19 के दौरान इंटरनेशनल बुक सेंटर के अरूण प्रकाशन की महंगी पुस्तकों को 21% छूट दिखाकर खरीदी किया है।
लगभग सभी महाविद्यालयों के शिक्षण समितियों के द्वारा खरीदी के पूर्व ही गुणवत्तापूर्ण फर्म से खरीदी की मांग भी की जाती रही है।
पूर्व शासनकाल में सिर्फ एक ही फर्म से महंगी पुस्तकों को 21% छूट दिखाकर खरीदना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ से कम नहीं है। पुस्तकों के संबंध में किया गया घोटाला अनुचित अक्षम्य है। जिन भी महाविद्यालयों में खरीदी कार्यक्रम किया गया है वहाँ बनाए गए तुलनात्मक चार्ट के आधार पर प्रकाशनों के पुस्तकों के मूल्य को देखा जाए और उचित निर्णय के साथ कार्यवाही की जानी चाहिए।
संगठन के अनुसार उक्त मामले की जांच में उच्च शिक्षा संचालनालय के प्रशासनिक अधिकारियों की संलिप्तता का भी बड़ा खुलासा संभव है। क्षेत्रीय कार्यालय उच्च शिक्षा सरगुजा को उन सभी महाविद्यालयो की सूची सार्वजनिक करनी चाहिये जहा के प्राचार्य इन पुस्तकों को खरीदे हैं।
संगठन ने मांग की है कि जिन महाविद्यालयों में ऐसा कार्य हुआ है वहां के प्राचार्यों से पुस्तकों का मूल्य ब्याज सहित वसूला जाए।
तथा सरगुजा संभाग के छात्रों के हितों के लिए कमेटी बनाकर जांच और कार्यवाही 15 दिनों में संधारित की जाए।
ऐसा न हो पाने की स्थिति में छत्तीसगढ़ छात्र संगठन जोगी की समस्त इकाई
क्षेत्रीय कार्यालय उच्च शिक्षा सरगुजा के समक्ष प्रदर्शन को बाध्य होगी तथा इसकी जिम्मेदारी उच्च शिक्षा छत्तीसगढ़ की होगी।