कोरोना मरीज को लेने गई पुलिस और डॉक्टर्स की टीम को ग्रामीणों ने एसडीएम की मौजूदगी में दौड़ाया….जान बचाकर भागी टीम
कोरोना मरीज को अस्पताल में भर्ती करने के लिए लेने गई पुलिस और मेडिकल टीम को ग्रामीणों ने मारने के लिए दौड़ाया पुलिस के अनुसार सोमवार को मुलमुला थाना के सेमरिया गांव में 34 कोरोना मरीज पाए गए थे। इनमें से 20 को मेडिकल टीम ले गयी, बाकी बचे 13 को लेने जब पुलिस पहुंची तब किसी ने ग्रामीणों को भड़का दिया और ग्रामीण आक्रोशित हो गए।
जानकारी के अनुसार जांजगीर-चाम्पा जिले के सिमरिया गांव के एक कोरोना मरीज को लेने पुलिस और डॉक्टर की टीम पहुंची तो लोगों ने धावा बोल दिया। पूरा गांव जब उन्हें घेरने पहुंचने लगे तो टीम वहां से भागने को मजबूर हो गई। उन्हें मरीज छोड़कर भागने को मजबूर होना पड़ा। ग्रामीण कोरोना मरीज को अस्पताल ले जाने देना नहीं चाहते थे टीम में एसडीएम भी मौजूद थे, लेकिन ग्रामीणों की आक्रामकता को देखते हुए उन्होंने तत्काल गांव छोड़ना ही उचित समझा।
खबर के अनुसार ग्रामीणों को किसी ने यह कह दिया था कि, सरकार जबरदस्ती लोगों को मरीज बताकर अस्पताल में भर्ती कर रही है और सरपंच उनका साथ दे रही है। यह अफवाह इतनी तेजी से गांव में उड़ी कि, देखते देखते पूरा गांव इकट्ठा हो गया। पुलिस के मुताबिक अब कोरोना मरीज को लाने के लिए प्रशासन ग्रामीणों को पहले विश्वास में लेगी फिर मरीज भर्ती कराया जाएगा।
पुलिस ने बताया कि बाद में पुलिस सदल बल वहां पहुंची और ग्रामीणों को समझाया। ग्रामीणों का कहना था कि पूरे परिवार को यदि उठाकर ले जाएंगे तो इनका मवेशियों को कौन देखेगा ? फिर थाना प्रभारी केपी टन्डन ने उन्हें समझाया कि यदि पूरे गांव को कोरोना हो जाएगा तो सबके लिए समस्या हो जाएगी। तब जाकर ग्रामीण माने और उन्हें फिर अस्पताल दाखिल करवाया जा सका।