बलरामपुर

मोहल्ला स्कूल का शिक्षक मिला कोरोना पॉजिटिव…सम्पर्क में आये बच्चों को लेकर बढ़ी चिंता.. कोरोना काल मे शिक्षकों पर संक्रमण के खतरे को लेकर हिंद-शिखर ने किया था आगाह.. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच मोहल्ला स्कूल के औचित्य पर सवाल..

सरगुजा संभाग के बलरामपुर जिला के रामचन्द्रपुर ब्लॉक के संकुल केंद्र बुलगांव में पारा में पढ़ाने कई शिक्षक कंटेन्मेंट जोन क्षेत्र से आते हैं,रविवार के अंक में हिन्द शिखर ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित कर आगाह किया था।अब यहां से जुड़े एक शिक्षक के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की जानकारी सामने आई है।बताया जा रहा है उक्त शिक्षक तातापानी में एक किराए के मकान में रहता है और यहीं से स्कूल आना जाना करता है।उसके सम्पर्क में कई बच्चे,शिक्षक और ग्रामीण हैं,शिक्षक के पॉजिटिव पाए जाने के बाद सम्पर्क में आये लोगों के साथ प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।

गौरतलब है कि कोरोना से बचाव के कारण छत्तीसगढ़ सरकार ने पहले पढ़ई तुंहर द्वार नाम से ऑनलाइन पढ़ाई का कार्यक्रम शुरू किया था ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो,इसका परिणाम ज्यादा असरदार सामने न आने के कारण अब पढ़ई तुंहर पारा नामक कार्यक्रम शुरू किया गया है।इसके तहत शिक्षकों को गांव में जाकर पारा पारा में कक्षाएं लगानी है ताकि बिना भीड़ के बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके।इसके लिए शिक्षकों को सुरक्षित जगह का चयन करना है लेकिन बच्चों को बैठाने की ऐसी तस्वीरें सामना रही थीं जिनमें बच्चे बिल्कुल सुरक्षित नहीं है।ऐसी ही कुछ तस्वीरें बलरामपुर जिला के रामचन्द्रपुर विकासखण्ड के संकुल केन्द्र बुलगांव के स्कूलों की आईं थीं जहां बच्चों को खेतों के बीच बैठाया जा रहा है और यहां बरसात में सबसे ज्यादा खतरा सांपों से होता है। जानकारी मिली थी कि संकुल समन्वयक द्वारा शिक्षकों पर दबाव बनाया जाता है कि वे स्कूल के सभी बच्चों को एक साथ बैठाकर पढ़ाएं जिस कारण शिक्षकों के पास ऐसी जगहों में बैठाने के अलावा कोई चारा नहीं बच रहा था।हिन्द शिखर ने खबर में यह बात भी उठाई थी कि यहां कुछ शिक्षक ऐसे हैं जो कंटेन्मेंट जोन क्षेत्र से आ रहे हैं जिस कारण बच्चों के लिए खतरा हो सकता है।हिन्द शिखर द्वारा आगाह करने के बाद अब यहां से जुड़े एक शिक्षक के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की जानकारी मिली है।मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिक शाला बुलगांव में पदस्थ एक शिक्षक की रीपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है,वह बलरामपुर विकासखण्ड के तातापानी में किराए के मकान में रहता है और रिपोर्ट आने से पहले बच्चों के सम्पर्क में भी आया था क्योंकि उसने पढ़ई तुंहर द्वार कार्यक्रम के तहत एक दिन कक्षा ली थी।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उसकी तबियत खराब देख सम्बन्धित स्कूल के हेडमास्टर ने स्कूल आने से मना किया था क्योंकि लक्षण कोरोना की तरह के थे।वह किसके सम्पर्क में आया था इसकी जानकारी नहीं मिली है लेकिन उसे इलाज के लिए कोविड हॉस्पिटल भेजने की जानकारी मिल रही है ।बताया जा रहा है कि वह स्कूल के बच्चों के साथ अन्य शिक्षकों व अन्य लोगों के सम्पर्क में आया था जिसका पता लगाया जा रहा है,बरहाल स्थानीय प्रशासन के लिए यह चिंता का विषय बन गया है क्योंकि बात बच्चों की सुरक्षा की भी है।

संकुल के सभी स्कूलों में बन्द हुई कक्षाएं..

मिली जानकारी के अनुसार पढ़ई तुंहर द्वार के तहत संकुल केन्द्र बुलगांव अंतर्गत गाँवो में शनिवार तक बच्चों को इकट्ठा कर पढ़ाई हुई थी लेकिन उक्त शिक्षक के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पढ़ाई बन्द करा दी गई है।

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