‘विश्वसनीय छत्तीसगढ़’ से ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ नारा बदला लेकिन नहीं बदली प्रदेश की सीरत..गर्भवती महिला को कांंवर में बैठाकर कर पैदल बहती नदी पार कर इलाज के लिए ले गये परिजन
अम्बिकापुर- 10 वर्ष पूर्व प्रदेश की तत्कालीन सरकार ने छत्तीसगढ़ के लिए ‘विश्वसनीय छत्तीसगढ़’ का नारा दिया था जिसे बदलकर वर्तमान सरकार ने ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ कर दिया । सरकार बदल गई , नारा बदल गया नहीं बदली तो सुदूर ग्रामीण अंचलों की व्यवस्था।
व्यवस्था चाहे स्वास्थ्य की हो या फिर पुल और सड़क की आज भी सुदूर ग्रामीण अंचलों के लोग स्वास्थ्य जैसे मौलिक सुविधाओं के लिए कष्ट उठाने को मजबूर है ऐसा ही एक मामला मैनपाट के ग्राम कदनइ में आया जहां गर्भवती महिला सविता पति गिरधारी मझवार 24 वर्ष को जान जोखिम में डालकर कावर में बैठा कर परिजनों द्वारा बहती नदी मे पैदल पार कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मे इलाज के लिए भर्ती कराया गया
घटना सरगुजा के सीतापुर विधानसभा क्षेत्र के मैनपाट के गांव कदनई का है गांव की एक महिला सविता को सुबह 4:00 बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुआ गांव में इलाज की व्यवस्था ना होने के कारण परिजन द्वारा इलाज के लिए महिला को कांंवर में बैठा कर पैदल घुनघुट्टा नदी पारकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बतौली में भर्ती कराया गया गौरतलब है कि ग्रामीण कई बार जनप्रतिनिधियों व जिला प्रशासन से पुल की मांग कर चुके हैं लेकिन प्रशासन और जनप्रतिनिधि ग्रामीणों की मांग पर ध्यान नहीं देते हैं और ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी पड़ती है