बलरामपुर

लोक महापर्व हरेली के शुभ अवसर पर प्रतापपुर में “गोधन न्याय योजना” की हुई शुरुआत.. खेती, पर्यावरण व सेहत के साथ- साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाएगी “गोधन न्याय योजना” : राजकुमारी

सूरजपुर।सूरजपुर जिला के प्रतापपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत डांड़करंवा में शासन की एक और महत्वाकांक्षी योजना “गोधन न्याय योजना” का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी मरावी के मुख्य आतिथ्य व कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद अध्यक्ष जगतलाल आयाम एवं कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जिलाध्यक्ष प्रतिनिधि शिवभजन सिंह मरावी, सेक्टर प्रभारी अयूब खान, अनिल गुप्ता तथा जानसाय मरावी के गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ। सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा गौठान में गौमाता की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।शासन के मंशानुरूप गौठान में सभी अतिथियों द्वारा पौधा रोपण किया गया साथ ही गोबर खरीदी समिति को निःशुल्क बीज व पौधों का वितरण किया।

इस अवसर पर उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी मरावी ने कहा कि हरेली पर्व के पावन पर्व पर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप आज किसानों एवं पशुपालकों के हितार्थ एक और जनहित कार्य योजना का शुभारंभ होने जा रहा है। प्रदेश सरकार ने अपने शासन के शुरुआती दिनों से ही किसानों के हित में तमाम निर्णय लिए हैं चाहे वह धान खरीदी हो या फिर कर्जा माफी। इसी कड़ी में गोधन योजना का उद्देश्य ग्रामीण अर्थतंत्र को एक नई दिशा देना है। क्योंकि भारत की आत्मा गांवों में बसती है और ग्राम विकास का पर्याय ही देश प्रदेश का विकास है। अतः शासन की सुराजी योजनाओं के माध्यम से गौठानों को विकास के नए केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। इससे ग्रामीण युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध तो होगा ही साथ ही उन्हें आय का नया जरिया प्राप्त होगा। गौठानों के बनने से अब गोवंश का उचित रखरखाव एवं देखभाल भी हो रहा है। गोधन न्याय योजना का एक उद्देश्य यह भी है कि हमें अपने खेतों और बाड़ियों में रासायनिक खाद का कम से कम उपयोग और जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा देना है। गौठानों में निर्मित किए गए जैविक खाद वर्मी कंपोस्ट बनाकर किसानों को उचित दर में उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष ने गोबर खरीदी करने वाले स्व सहायता समूह के उज्जवल भविष्य की कामना भी की।

इस मौके पर जनपद अध्यक्ष जगत लाल आयाम ने कहा कि निश्चित ही गोधन न्याय योजना किसानों एवं पशुपालकों की हित में एक क्रांतिकारी योजना साबित होगी चूंकि रसायनिक खादों के बढ़ते उपयोग ने फलों एवं सब्जियों की गुणवत्ता एवं स्वाद को काफी हद तक खत्म कर दिया है। अतः अब समय आ गया है कि कृषक भाई अब अपने खेतों में जैविक खाद का अधिक से अधिक प्रयोग करें और यह खाद उन्हें गौठानों से वर्मी कंपोस्ट के माध्यम से प्राप्त होगा। गोधन न्याय योजना का दूरगामी परिणाम यह भी है कि इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी और रोजगार की तलाश में जाने वाले ग्रामीणों का पलायन रूकेगा। उन्होंने आगे बताया कि जिले में कई जगह आज गोधन न्याय योजना की शुरुआत कर दी गई है और स्व सहायता समूह द्वारा दो रुपए प्रति किलो की दर से गोबर खरीदी की जा रही है। गौठानों के माध्यम से अतिरिक्त गोबर से खाद के अलावा विभिन्न उत्पादन जैसे गमला, अगरबत्ती भी स्व सहायता समूहों द्वारा निर्मित किए जाएंगे। शासन का उद्देश्य सभी को गौठानों को आजीविका के नए केंद्र के रूप में विकसित करना है इस दिशा में जिले के सभी को गौठानों में अब कुक्कुट एवं मत्स्य पालन, ट्री गार्ड निर्माण कार्य का दायित्व भी समूह को सौंपा जाएगा साथ ही सभी गौठानों में नारियल वृक्षों का रोपण एवं हल्दी अदरक जैसे मसालेदार पौधों को भी लगाने की योजना है।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिव भजन सिंह मरावी ने सभी प्रदेशवासियों को नए साल के पहले त्यौहार की बधाई देते हुए कहा कि यह योजना संकट के समय किसानों और पशुपालकों के लिए वरदान साबित होगी। यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था के संजीवनी बनेगी। उन्होंने कहा कि यह एक बहुआयामी योजना है जिससे हमें बहुत सारे लक्ष्य एक साथ हासिल करेंगे। श्री मराबी ने कहा कि गोधन न्याय योजना से पशुपालकों की आय में वृद्धि तो होगी ही पशुधन की खुली चराई पर भी रोक लगेगी। जैविक खाद के उपयोग में भी कमी आएगी। खरीफ तथा रबी फसल की सुरक्षा सुनिश्चित होने से द्विफसलीय क्षेत्र में होगा। भूमि उर्वरता में सुधार होगा तथा विष रहित खाद्य पदार्थों की उपलब्धता बढ़ेगी, इससे पोषण का स्तर और सुधरेगा।उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए पहले ही लागू की जा चुकी सुराजी गांव योजना के तहत नरवा- गरवा- घुरवा और बाड़ी कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। गोधन न्याय योजना इनमें से नरवा,गरवा घुरवा और बाड़ी घटकों से जुड़ी हुई है। किसानों को उनकी उपज का सही दाम दिलाने के लिए हाल ही में राजीव गांधी किसान योजना की शुरुआत भी की गई है।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अयूब खान, जानसाय मरावी, अनिल गुप्ता, भरत गुप्ता, कुंदन मिश्रा, गौठान समिति अध्यक्ष सुभाष, सरपंच रामाशंकर, अनुविभागीय अधिकारी हरिनारायण सिंह राज, सचिव अनिल गुप्ता, रेवटी चौकी प्रभारी केपी चौहान सहित पंच,स्व सहायता समूह के अध्यक्ष सदस्य एवं भारी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

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