बलरामपुर: तीन लाख की फिरौती के लिए अपहरण, पुलिस ने 24 घंटे में सुलझाया मामला

बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की बसंतपुर पुलिस ने एक अपहरण और फिरौती के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर अपहृत युवक को सकुशल छुड़ाकर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने युवक को जान से मारने की धमकी देकर उसके भाई से 3 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी।
पुलिस के अनुसार, बसंतपुर थाना क्षेत्र के रजखेता गाँव के रहने वाले बृजेश सिंह ने 8 अगस्त, 2025 को बसंतपुर थाने में अपने भाई विजय मरकाम के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी। बृजेश ने बताया कि 7 अगस्त को उसके भाई के मोबाइल से उसे एक फोन आया था। फोन करने वाले अज्ञात व्यक्ति ने 3 लाख रुपये की मांग करते हुए कहा कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो विजय को जान से मार दिया जाएगा। 8 अगस्त को भी अज्ञात व्यक्ति ने फोन करके फिरौती की मांग दोहराई।
शिकायत मिलते ही बसंतपुर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने अपहृत विजय मरकाम के मोबाइल लोकेशन को ट्रैक करना शुरू किया, जिसकी मदद से पुलिस को बीजपुर, उत्तर प्रदेश में टावर लोकेशन मिली।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
मोबाइल लोकेशन के आधार पर बसंतपुर पुलिस की एक टीम तुरंत बीजपुर रवाना हुई। पुलिस ने बीजपुर में टावर के पैनल रूम से विजय मरकाम को बरामद कर लिया। पूछताछ में विजय ने बताया कि 6 अगस्त को आरोपी सद्दाम अंसारी और रोहित कुमार चौरसिया उसे प्रेम नगर चौक पर मिले थे। आरोपियों ने लकड़ी देखने के बहाने उसे अपनी कार में बिठा लिया और जबरन बीजपुर ले गए। वहाँ पहुँचकर वे उसे अपनी स्विफ्ट डिजायर कार (UP 64 BB 0342) में घुमाते रहे और उसी के मोबाइल से उसके भाई को फोन करके फिरौती मांगने लगे। आरोपियों ने विजय पर लकड़ी तस्करी की मुखबिरी का आरोप लगाया और कहा कि इसी कारण उन्हें नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई के लिए उन्हें 3 लाख रुपये चाहिए।
अपहृत विजय मरकाम के बयान के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों, सद्दाम अंसारी (34) और रोहित कुमार चौरसिया (26), दोनों निवासी बीजपुर, उत्तर प्रदेश को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान, दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से वारदात में इस्तेमाल किया गया मोबाइल फोन और रोहित चौरसिया की स्विफ्ट डिजायर कार भी जब्त कर ली है। आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी जितेंद्र सोनी, चौकी प्रभारी वाड्रफनगर धीरेंद्र तिवारी, प्रधान आरक्षक पंकज पार्ते, आरक्षक अनिल पंडवार और विवेक कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।





