झारखंड का ठग गिरफ्तार, फार्मेसी कराने के नाम पर की थी लाखों की धोखाधड़ी

बलरामपुर:- बसंतपुर थाना क्षेत्र में लंबे समय से फरार चल रहे लाखों की धोखाधड़ी के आरोपी वेद प्रकाश पांडे उर्फ उमेश पांडे को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी ने एक युवक को फार्मेसी कराने के नाम पर 2.35 लाख रुपये ठगे थे। पुलिस ने उसे अंबिकापुर से पकड़ा और जेल भेज दिया है।
यह मामला वर्ष 2021-22 का है। आरोपी वेद प्रकाश पांडे (34), जो जमशेदपुर, झारखंड का निवासी है, उसने हेमंत मिश्रा के छोटे भाई समंत मिश्रा को फार्मेसी में एडमिशन दिलाने का वादा किया। इस दौरान उसने समंत से 2,35,000 रुपये ले लिए। बाद में, उसने न तो फार्मेसी में एडमिशन दिलाया और न ही पैसे वापस किए। जब पीड़ित ने अपने पैसे मांगे तो आरोपी ने बैंक ऑफ इंडिया का एक चेक दिया, लेकिन खाते में पैसे नहीं थे।
परेशान होकर हेमंत मिश्रा ने बसंतपुर थाने में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अपराध क्रमांक 88/2024 के तहत धारा 420 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया। मामला दर्ज होने के बाद आरोपी गिरफ्तारी के डर से फरार हो गया और कई जगहों पर छिपता रहा।
पुलिस को 1 अगस्त 2025 को तकनीकी जानकारी के माध्यम से पता चला कि आरोपी अंबिकापुर में छिपा हुआ है। सूचना मिलते ही वाड्रफनगर चौकी प्रभारी धीरेंद्र तिवारी के नेतृत्व में एक टीम अंबिकापुर पहुंची। साइबर टीम की मदद से आरोपी को पकड़ लिया गया और वाड्रफनगर चौकी लाया गया।
पूछताछ में आरोपी ने धोखाधड़ी करने की बात स्वीकार कर ली। इसके बाद उसे 1 अगस्त 2025 को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। इस पूरी कार्रवाई में उपनिरीक्षक धीरेंद्र तिवारी, सहायक उपनिरीक्षक पुष्पराज सिंह, साइबर आरक्षक आकाश तिवारी, राजकिशोर पैकरा और चौकी वाड्रफनगर के आरक्षक देव कुमार का अहम योगदान रहा।





