अम्बिकापुर

अंबिकापुर: 31 जुलाई को पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में होगी शिक्षकों की समीक्षा बैठक, BEO, ABEO, BRC और सभी शासकीय हाई स्कूल/हायर सेकेंडरी/सेजस विद्यालयों के प्राचार्य एवं प्रधानाध्यापकों की उपस्थिति अनिवार्य

अंबिकापुर, 27 जुलाई 2025 – अंबिकापुर जिले में शैक्षणिक व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने और शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के उद्देश्य से 31 जुलाई 2025 को सुबह 11:00 बजे राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अंबिकापुर के ऑडिटोरियम में एक महत्वपूर्ण शिक्षकीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया जाएगा। कलेक्टर विलास भोसकर के निर्देशानुसार आयोजित इस बैठक में जिले के सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी (BEO), सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक और समस्त शासकीय हाई स्कूल/हायर सेकेंडरी/सेजस विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की उपस्थिति अनिवार्य की गई है। कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया है कि सभी अधिकारी और प्रधानाध्यापक स्वयं उपस्थित रहें, किसी भी स्थिति में प्रतिनिधि मान्य नहीं होंगे।
इस व्यापक समीक्षा बैठक में कई प्रमुख बिंदुओं पर गहन चर्चा और मंथन होगा। इसमें कक्षा 10वीं और 12वीं के वार्षिक परीक्षा परिणाम 2025 की विस्तृत समीक्षा, साथ ही परीक्षा परिणामों में सुधार के लिए विद्यालयों द्वारा तैयार की गई कार्य योजनाओं की प्रस्तुति भी शामिल है। इसके अतिरिक्त, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु योजनाएं, शिक्षक-विद्यार्थियों की उपस्थिति की अद्यतन स्थिति, गणवेश वितरण और शैक्षणिक सामग्री की वर्तमान स्थिति पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। बैठक में इंस्पायर अवार्ड हेतु प्रस्तावों के पंजीकरण, शिक्षक बैठक एवं पालक-शिक्षक बैठक (PTM) के आयोजन, और स्कूल प्रबंधन समिति (SMC)/स्कूल विकास एवं प्रबंधन समिति (SMDC) के गठन व संचालन की स्थिति पर भी गौर किया जाएगा।
शैक्षणिक प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देते हुए, नामांकन पोर्टल व मोबाइल ऐप डेटा एंट्री की जानकारी की समीक्षा होगी, साथ ही आंतरिक निगरानी समिति की गठन स्थिति पर भी चर्चा की जाएगी। बैठक में शैक्षणिक नवाचारों व विशेष कार्यक्रमों की रूपरेखा, मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता मिशन की प्रगति, और नई शिक्षा नीति की जानकारी व उसके क्रियान्वयन पर भी जोर दिया जाएगा। विद्यालयों में यूथ क्लब/इको क्लब के संचालन, बोर्ड परीक्षा में बोनस अंक हेतु विद्यार्थियों की पात्रता, और स्थानीय विषयों को पाठ्यक्रम से जोड़ने संबंधी सुझावों पर भी महत्वपूर्ण समीक्षा की जाएगी, जिसका उद्देश्य जिले की शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सशक्त और प्रासंगिक बनाना है।

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