जंगल में शिकार करने गए युवक की अपने ही साथियों की गोली लगने से मौत, पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 6 आरोपियों को किया गिरफ्तार ,चार बंदूक बरामद

बलरामपुर, 27 अप्रैल 2025: बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की त्रिकुण्डा थाना क्षेत्र के अंतर्गत चौकी डिण्डो के पुरानपानी जंगल में शिकार के दौरान एक युवक की दुखद मौत के मामले में पुलिस ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चार अवैध भरमार बंदूकें भी बरामद की हैं, जिससे क्षेत्र में अवैध हथियारों के कारोबार पर भी शिकंजा कसने की संभावना है।
यह सनसनीखेज मामला तब सामने आया जब बेलसर निवासी मगर साय ने चौकी डिण्डो में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनका पुत्र मुकेश गोइ और गांव का ही राजेन्द्र पण्डो जंगली सुअर और कोटरी का शिकार करने के लिए भरमार बंदूकें लेकर पुरानपानी जंगल की ओर गए थे। रिपोर्ट के अनुसार, शिकार के दौरान राजेन्द्र पण्डो द्वारा चलाई गई भरमार बंदूक की गोली मुकेश के पीठ में लग गई, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई।
मामले की गंभीरता को तत्काल संज्ञान में लेते हुए, चौकी प्रभारी डिण्डो ने घटना की सूचना पुलिस अधीक्षक बलरामपुर श्री वैभव बैंकर (भा.पु.से.) को दी। पुलिस अधीक्षक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीओपी रामानुजगंज के नेतृत्व में एक संयुक्त पुलिस टीम का गठन किया, जिसमें चौकी प्रभारी डिण्डो, थाना प्रभारी त्रिकुण्डा, थाना प्रभारी रामचन्द्रपुर और साइबर सेल बलरामपुर के विशेषज्ञ शामिल थे। टीम को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर जांच करने और आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए।
पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए संदेहियों को हिरासत में लिया और उनसे गहन पूछताछ की। पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी राजेन्द्र पण्डो ने स्वीकार किया कि मृतक मुकेश गोड़, रामलखन पण्डो, शंकर पण्डो, विध्यांचल कोड़ाकू और वह स्वयं सभी भरमार बंदूकें लेकर पुरानपानी जंगल में शिकार करने गए थे। उसने बताया कि मुकेश के पास अपनी बंदूक नहीं थी, इसलिए उसने शंकर पण्डो की बंदूक पकड़ी थी। घटना के बारे में बताते हुए राजेन्द्र ने कहा कि जब वह कोटरी पर निशाना साधकर फायर कर रहा था, तभी नाले के ऊपरी किनारे पर खड़ा मुकेश फिसलकर उसके सामने आ गया और गोली उसके पीठ में जा लगी, जिससे उसकी तत्काल मौत हो गई। घटना के बाद डर के मारे सभी आरोपी मौके से भाग गए थे। राजेन्द्र ने अपनी बंदूक मृतक मुकेश के पास ही छोड़ दी थी और शंकर की बंदूक लेकर भाग गया था। उसने बंदूक छिपाने के बाद गांव में जाकर घटना की जानकारी दी। राजेन्द्र ने यह भी खुलासा किया कि उसने यह भरमार बंदूक करीब दो वर्ष पहले गाजर निवासी टेम्पू पण्डो उर्फ रामनरेश से 5000 रुपये में खरीदी थी।
विवेचना के दौरान पुलिस ने अन्य आरोपियों – रामलखन पंडो, शंकर पंडो और विध्यांचल कोड़ाकू को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की और उनके बयान दर्ज किए। इन सभी ने राजेन्द्र पण्डो के बयान की पुष्टि की। शंकर पण्डो और रामलखन पण्डो ने बरामद बंदूक को अपने पुरखों के समय का बताया, जबकि विंध्याचल कोड़ाकू ने टेम्पू पण्डो से इसे खरीदने की बात कही। पुलिस ने घटनास्थल से राजेन्द्र पण्डो की भरमार बंदूक को जब्त कर लिया है, साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से राजेन्द्र पण्डो, रामलखन पण्डो और विंध्याचल कोड़ाकू से बरामद लोडेड भरमार बंदूकों को निष्क्रिय कर जब्त कर लिया है।
आरोपियों के बयानों के आधार पर पुलिस ने टेम्पू पण्डो उर्फ रामनरेश को तलब कर पूछताछ की। टेम्पू ने बताया कि उसने यह बंदूकें राजेन्द्र और विंध्याचल को सोहराब अंसारी नामक व्यक्ति से खरीदकर 5000-5000 रुपये में बेची थीं। इसके बाद पुलिस ने दुधवल, झारखण्ड निवासी सोहराब अंसारी को भी तलब किया, जिसने पूछताछ में अपने घर में रखी दो भरमार बंदूकें बेचना स्वीकार किया।
पुलिस ने सभी आरोपियों के विरुद्ध पर्याप्त सबूत पाए जाने पर उन्हें विधिवत गिरफ्तार कर लिया। राजेन्द्र पण्डो और अन्य शिकार में शामिल आरोपियों के खिलाफ धारा 105 बी.एन.एस. (भारतीय न्याय संहिता) और 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है, जबकि अवैध रूप से हथियार बेचने के आरोप में सोहराब अंसारी के विरुद्ध धारा 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। सभी गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
इस मामले में बलरामपुर-रामानुजगंज पुलिस की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की सराहना की जा रही है। पुलिस अब इस बात की गहन जांच कर रही है कि क्या इस क्षेत्र में अवैध हथियारों का कोई बड़ा नेटवर्क सक्रिय है और इन बरामद बंदूकों का इस्तेमाल पहले किसी अन्य अपराध में तो नहीं किया गया था। पुलिस अधीक्षक श्री वैभव बैंकर ने कहा कि जिले में अपराध और अपराधियों के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा और किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों में संलिप्त लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।





