क्या अवैध कोयला खपाने में पुलिस भी है संलिप्त ? थाना के पुराने बैरक भवन में इकट्ठा कर रखा गया कोयला
लखनपुर । सरगुजा जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र में इन दोनों बड़े पैमाने पर कोयले का कारोबार फल फूल रहा है। कोल माफिया पुलिस से साठ गांठ कर बड़े पैमाने पर कोयले को जिले के विभिन्न ईट भट्ठों में खपा रहे है।वहीं दूसरी ओर पुलिस के द्वारा लखनपुर थाने के पुराने बैरक भवन में बाड़ी मात्रा में बोरे में भरकर कोयला इकट्ठा कर रखा गया है। आरोप है कि उसे बेचने का कार्य किया जा रहा। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस कदर कोयले का अवैध कारोबार लखनपुर थाना क्षेत्र में फल फूल रहा है। पुलिस के द्वारा बीच-बीच में कार्यवाही के नाम पर खाना पूर्ति कर दी जाती है। अवैध कोयला के कारोबार में पुलिस की संलिप्ता जन चर्चा का विषय बना हुआ है।अवैध कोयला उत्खनन व परिवहन पर अंकुश लगाने अब तक प्रशासन की ओर से कोई सार्थक कदम नहीं उठाया गया है।गौरतलब है कि
लखनपुर क्षेत्र कोयले का अवैध उत्खनन एवं परिवहन करने के लिए हमेशा सुर्खियो में रहा है। खनिज विभाग, प्रशासन ,पुलिस विभाग इन सभी के सामने कोयला तस्कर आसानी से कोयला तस्करी कर कुछ चिमनी भट्ठा में तथा गमलों भट्ठों सहित कोल डिपो में भी कोयले को खपाया जा रहा है। इन कोल माफियाओं पर संभाग कुछ सफेदपोश नेताओं का भी संरक्षण प्राप्त है।
लखनपुर क्षेत्र के अमेरा चिलबिल गुमगरा और परसोढ़ी कला, खाल कछार ,नागमाड़ा अवैध कोयला उत्खनन क्षेत्र है।इसके पांच किलोमीटर क्षेत्रफल के दायरे में चिमनी भट्ठा तथा दर्जनों गमला इट भट्ठा अवैध रूप संचालित की जा रही है जिसमें मुख्य रुप से सुरजपुर जिला से लगे नजदीकी ग्राम नेवरडाढ़, कनदरई, जमदई,तथा अंबिकापुर गाँधीनगर थाना अंतर्गत सुखरी,सपना, लखनपुर के गणेशपुर, बिनकरा, कोरजा ,कटकोना , सिरकोतंगा सहित आसपास के दर्जनों गांव में अवैध गमला ईटा भट्ठा संचालित है।यहां चोरी का कोयला खपाया जा रहा है।कोयला तस्कर भारी मात्रा में कोयला अवैध रूप से उत्खनन कर बड़े पैमाने पर खपाया जा रहा है और खनिज विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग अपनी-अपनी सेटिंग कर मौन सहमति बनाए रखे हैं।
वही जिस विभाग की सेटिंग कोयला तस्करों से नहीं होने पर उक्त चिमनी भट्टा या गमला भट्टा के तस्करों के ऊपर कार्रवाई की जाती है। पूर्व में अमेरा खदान के लगे नदी किनारे अवैध कोयले का उत्खनन किया जा रहा था। कोल माफियाओं द्वारा पुलीस से साठ गांठ कर अवैध कोयला उत्खनन लगातार जारी है एवं परिवहन भी जारी है परंतु कोल माफियाओं द्वारा कोल तस्करी का तरीका बदल गया और अब परिवहन का तरीका कोयला तस्करों के अवैध कोयला उत्खनन क्षेत्र के लगे सूरजपुर क्षेत्र के जयनगर जमदई , कनदरई, सुखरी क्षेत्रों में मोटरसाइकिल से अवैध कोयला की ढुलाई की जा रही है जिस पर खनिज विभाग, राजस्व विभाग, पुलीस विभाग मौन धारण किया हुआ है।यह इलाका वर्षो से अवैध उत्खनन के लिए जाना जाता है। लेकिन आज तक प्रशासन इनपर कार्रवाई नहीं हो पा रही है।एक्सीवेटर से भी अवैध उत्खनित कोयले को ट्रैक्टर,ट्रक में लोड किया जा रहा है लेकिन इन पर कार्रवाई नहीं हो रही है।पिछले दिनों एक पुलिस द्वारा पुलिस द्वारा लावारिस हालत में घूंघट की किनारे से कोयला लोड ट्रैक्टर वाहन जप्त किया गया था। शुक्रवार को बड़ी मात्रा में जप्त किए कोयले को थाने ना लाकर उसे ईट भट्ठों में भेज दिया गया। पुलीस विभाग की कार्रवाई को लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी लगातार सवाल उठाते रहे है लेकिन अभी तक प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा सकी है।जिस कारण कोयले का अवैध उत्खनन व परिवहन लगातार जारी है।