शिक्षकीय सेवा के आधार पर क्रमोन्नति व पदोन्नत्ति की मांग को शासन तक पहुंचाने अभियान का आगाज…..सेल्फी फ़ॉर पदोन्नत्ति – क्रमोन्नति अभियान….5 साल की सेवा में पदोन्नति…..10 वर्ष की सेवा पर क्रमोन्नति का है नियम ……शिक्षा विभाग में पदोन्नति के 46 हजार पद है रिक्त
ग्रीष्मावकाश में भी पढ़ई तुंहर दुआर के तहत वर्चुवल क्लास लेने के लिए शासन की योजना को सम्पूर्णता प्रदान करने में लगे शिक्षकों की सेवा सुविधा पर शिक्षा विभाग मौन क्यो?
अम्बिकापुर. छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन सरगुजा के द्वारा प्रांतीय निकाय के आह्वाहन पर सेल्फ़ी फार पदोन्नति – क्रमोन्नति अभियान चलाया जाएगा।जिसमे शिक्षकों के द्वारा अपने मांग को कागज में लिखकर अपने फोटो के साथ सेल्फी लेकर फोटो को सोशल मीडिया,प्रिंट मीडिया व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से अपनी आवाज सरकार तक पहुचायेंगे।इस अभियान में पदोन्नत्ति व क्रमोन्नति से वंचित सभी साथी सहभागी बनेंगे। श्री वर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग को पूरे समर्पण से सेवा देने वाले शिक्षक संवर्ग के पदोन्नति, क्रमोन्नति के विषय मे कैलेंडर बनाकर लाभ प्रदान करने की जिम्मेदारी विभाग की है, शिक्षक संवर्ग लगातार पदोन्नति, क्रमोन्नति की मांग कर रहे है, किन्तु विभागीय नियम, निर्देश व प्रक्रिया से शिक्षक इस लाभ से वंचित है।
प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा व प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह ने कहा है कि वेवेक्स मिट द्वारा छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन की ऑनलाइन प्रांतीय बैठक में मांगो के निराकरण के लिए रणनीति तैयार की गई, जिसके तहत यह चर्चा की गई कि ग्रीष्मावकाश में भी पढ़ई तुंहर दुआर के तहत वर्चुवल क्लास लेने के लिए शासन की योजना को सम्पूर्णता प्रदान करने में लगे शिक्षकों की सेवा सुविधा पर विभाग मौन है।
प्रदेश शासन के अन्य विभागों में पदोन्नति की प्रक्रिया जारी है, शिक्षा विभाग में पदोन्नति के लिए ग्रीष्मावकाश सबसे उपयुक्त समय होता है।
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग में लगभग 46 हजार पद रिक्त है, प्राथमिक शाला प्रधान पाठक के 22 हजार, मिडिल प्रधान पाठक के 6 हजार, व्याख्याता के 10 हजार, शिक्षक के 08 हजार पद पदोन्नति हेतु रिक्त है, साथ ही प्राचार्य के पद की गणना शेष है, इसमे सबसे बड़ी बात यह है कि 22 हजार प्राथमिक शाला में प्रधान पाठक का पद 14 वर्ष से रिक्त है।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसियशन के जिला अध्यक्ष मनोज वर्मा सहित अन्य जिला पदाधिकारियों काजेश घोष, राजेश गुप्ता,लव गुप्ता,रामबिहारी गुप्ता,अरविंद सिंह,प्रदीप राय,अनिल तिग्गा,सुरित राजवाड़े,अजय तिवारी,संजय चौबे,रोहिताश शर्मा,नाजिम खान ,करण सिंह जोगी ,प्रशांत चतुर्वेदी ने संयुक्त रूप से बयान जारी करते हुए कहा कि शिक्षा विभाग में भर्ती व पदोन्नति नियम 2019 में, पदोन्नति हेतु 5 वर्ष की सेवा अनुभव का प्रावधान किया गया है, एल बी संवर्ग के शिक्षको का शिक्षकीय सेवा अनुभव 22 वर्ष तक का है, अतः शिक्षकीय सेवा के आधार पर प्रदेश के हजारो रिक्त पदों की पूर्ति किया जावे। छत्तीसगढ़ शासन में शोषण की यह पराकाष्ठा ही है कि 22 वर्ष की शिक्षकीय सेवा के बाद भी हजारो एल बी संवर्ग के शिक्षक पदोन्नति/क्रमोन्नति से वंचित है।
वर्तमान में शिक्षा विभाग में 10 वर्ष की सेवा पश्चात क्रमोन्नति का प्रावधान है, सरकार ने अपने जनघोषणा पत्र में पदोन्नति से वंचित एल बी संवर्ग के शिक्षको को क्रमोन्नति देने का वादा किया है, अतः प्रथम नियुक्ति के आधार पर सेवाकाल की गणना कर 10 वर्ष पूर्ण करने वाले शिक्षको को क्रमोन्नति दिया जावे।
संगठन के पदाधिकारियों ने मांग की कि शिक्षकीय सेवा के आधार पर एल बी संवर्ग के शिक्षकों को पदोन्नत्ति व क्रमोन्नति देने के लिए शिक्षा विभाग को तत्काल निर्णय लेना चाहिए, पदोन्नत्ति व क्रमोन्नति की मांग व दर्द को शासन तक पहुंचाने प्रदेश के सभी शिक्षक सेल्फी फ़ॉर पदोन्नत्ति – क्रमोन्नति अभियान के तहत शिक्षकीय सेवा के आधार पर पदोन्नत्ति व क्रमोन्नति का लाभ देने की मांग के समर्थन में अभियान चलाएंगे।