प्रथम और द्वितीय वर्ष के स्वाध्यायी छात्रों को भी बगैर परीक्षा दिए पास करने की मांगः हिमांशु जयसवाल जिला अध्यक्ष एनएसयूआई

अम्बिकापुर देश भर में कोरोना वायरस के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है। इस लॉक डाउन के चलते सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए है। ऐसे में प्रथम व द्वितीय वर्ष के रेगुलर छात्रों को जनरल प्रमोशन देने के बाद अब प्राइवेट छात्रों के मन में परीक्षा और पढ़ाई को लेकर असमंजस की स्थिति है। एनएसयूआई सरगुजा के जिला अध्यक्ष हिमांशु जायसवाल ने विश्वविद्यालय प्रशासन व राज्य शासन को मेल के माध्यम से ज्ञापन देकर प्राइवेट छात्रों व अंतिम वर्ष के छात्रों को भी जनरल प्रमोशन का लाभ दिए जाने की मांग की है.
तर्क देते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के अंतर्गत लगभग 31हजार 871 प्राइवेट छात्र पंजीबद्ध है। वही प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में इनकी संख्या करीब 5 लाख के आसपास है. छत्तीसगढ़ में कोविड -19 से प्रभावित मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है, ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि आगामी तीन से चार महीनों तक किसी बड़ी परीक्षा का आयोजन संभव नहीं. क्योंकि शैक्षणिक सत्र आगामी पखवाड़े भर में शुरू होने को है. ऐसे में 3 से 4 महीने बाद परीक्षा के आयोजन होने की आशंका से छात्रों को पूरा साल बर्बाद होने का डर सता रहा है.
एनएसयूआई सरगुज जिला अध्यक्ष हिमांशु जायसवाल का कहना है कि सामान्यतः प्राइवेट पद्धति के माध्यम से परीक्षा देने वाले ज्यादातर छात्र ग्रामीण क्षेत्र के होते हैं, उनमें से अधिकांश पढ़ाई के साथ साथ छोटा-मोटा रोजगार कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. लॉक डाउन की इन कठिन परिस्थितियों के बीच अगर परीक्षा हुई तो छात्रों को समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
एनएसयूआई जिला अध्यक्ष हिमांशु जायसवाल ने कहा कि हमने पहले भी छात्रों को जनरल प्रमोशन देने की मांग की थी जिस पर राज्य शासन ने नियमित छात्रों को जनरल प्रमोशन देकर हमारी आधी मांग पूरी की है जिसका में छात्रों की ओर से आभार करता हु।. उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन व राज्य शासन को मेल के माध्यम से ज्ञापन सौंपकर प्राइवेट व अंतिम वर्ष के छात्रों को भी जनरल प्रमोशन का लाभ देने की मांग की है.