गर्भवती होने के बावजूद मुस्तैदी के साथ ड्यूटी पर डटी डीएसपी शिल्पा ,नक्सलियों के इलाके में भी बेखौफ जाती है..कर्तव्य परायणता को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी सराहा
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा कर्तव्यपरायणता की मिसाल प्रस्तुत की जा रही है। कोरोना काल में कर्तव्यपरायणता की एक ऐसी ही मिसाल दंतेवाड़ा की डीएसपी शिल्पा साहू ने भी प्रस्तुत की है। 5 माह गर्भवती होने के बावजूद वे सड़क पर उतर कर ड्यूटी कर रही हैं। कोरोना काल के नियम तोड़ने वालों को वे अपनी टीम के साथ समझाइश दे रही हैं। शिल्पा को 5 महीने की प्रेग्नेंसी यानी गर्भ है लेकिन वे घर में आराम करने के बजाए मुस्तैदी से फर्ज को अंजाम दे रही हैं चिलचिलाती धूप और नक्सली खतरे से बेखौफ।
गौरतलब है कि लाकडाउन के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जहां शासकीय अधिकारी-कर्मचारी मुस्तैदी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं, वहीं मरीजों को अस्पताल पहुंचाने, उनके लिए प्लाज्मा, दवाओं का इंतजाम कराने उन्हें आवश्यक जानकारियां मुहैया कराने आदि के लिए समाजसेवी संस्थाएं दिन रात काम कर रही हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए शासन द्वारा हर संभव उपाय किए जा रहे हैं।
ड्यूटी का दबाव नहीं था, फिर भी सड़कों पर लोगों को समझाती रहीं
शिल्पा पर ड्यूटी का कोई दबाव नहीं था। वो चाहतीं तो घर पर आराम भी कर सकतीं थीं। लेकिन, उन्हें इस मुश्किल वक्त में अपना फर्ज निभाना ज्यादा बेहतर लगा। टीम के साथ सड़कों पर उतरीं। हाथ में डंडा लिए लोगों को कभी प्यार तो कभी चेतावनी के लहजे में समझातीं रहीं कि वे नियमों का पालन करें। घर में रहें, सुरक्षित रहें।
नक्सलियों के गढ़ में भी बेखौफ जाती हैं शिल्पा
जिले में महिला DRG की एक टीम है, जिसका नाम दंतेश्वरी फाइटर्स है। DSP शिल्पा इसी टीम को लीड करती हैं। नक्सलियों के गढ़ में भी बेखौफ जाती हैं। तेलम, टेटम, निलवाया, गुमियापाल, चिकपाल, मारजुम सहित कई ऐसे इलाके हैं जहां वो खुद नक्सलियों का सामना करती हैं। शिल्पा और उनकी टीम ने कई बार नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेरा है, कई IED को डिफ्यूज किया।