कलेक्टर व एसपी ने रेलवे स्टेशन में व्यवस्थाओं का लिया जायजा , कोविड जांच में अब तक 23 यात्री मिले पॉजिटिव

अम्बिकापुर / कलेक्टर संजीव कुमार झा एवं पुलिस अधीक्षक टीआर कोशिमा ने बुधवार देर शाम अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन का औचक निरीक्षण कर कोविड गाइडलाइंस के परिपालन में किये गए व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने पूरे स्टेशन परिसर में कोरोना की रोकथाम तथा बचाव से संबंधित फ्लेक्स और पोस्टर लगाने तथा साफ सफाई के साथ ही समय समय पर सेनिटाइजेशन करने के निर्देश स्टेशन मास्टर को दिए दिए। बताया गया कि 12 से 15 अप्रैल तक ट्रेन से आने वाले यात्रियों की कोविड जांच में 23 यात्री पॉजिटिव पाए गए हैं। प्रतिदिन 3 ट्रेनों से आने वाले करीब 300 यात्रियों का कोविड जांच किया जा रहा है। पॉजिटिव यात्रियों को पॉलिटेक्निक कॉलेज अम्बिकापुर में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में उपचार हेतु रखा जा रहा है।
कलेक्टर ने टिकट लेते समय शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए टिकट खिड़की के पास समान दूरी पर गोल घेरा मार्क करने के निर्देश दिए। उन्होंने ट्रेन से आने वाले यात्रियों की स्टेशन में कोरोना टेस्टिंग करने वाले कर्मचारियों को सहयोग करने कहा। इस दौरान उन्होंने स्टेशन मास्टर से रेलवे स्टेशन में प्रतिदिन आने वाले ट्रैन तथा उसमें यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या के संदर्भ में पूछ-ताछ कर जानकारी ली। स्टेशन मास्टर ने बताया कि लॉकडाउन के कारण प्रतिदिन आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या में गिरावट हो रही है। रेलवे स्टेशन में प्रत्येक यात्री की स्क्रीनिंग तथा टेस्टिंग की जा रही है। यात्रा के दौरान कोविड गाइडलाइंस का पालन किया जा रहा है।
इन स्थानों पर किया जा रहा कोविड टेस्ट- कोरोना संक्रमण के प्रसार को देखते हुए कोरोना टेस्ट सेंटर में वृद्धि की गई है। अम्बिकापुर शहरी क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज, पूर्व माध्यमिक शाला पटेलपारा, पूर्व मधमिमक शाला गांधीनगर, पूर्व माध्यमिक शाला गोधानपुर तथा प्राथमिक शाला नवागढ़ को टेस्टिंग सेंटर बनाया गया है जहाँ आरटीपीसीआर एव एंटीजेन टेस्ट किया जा रहा है। इसके साथ ही जिले के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आरटीपीसीआर एवं एंटीजेन टेस्ट, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तथा उप स्वस्थ्य केंद्रों मे एंटीजेन टेस्ट किया जा रहा है।
इस दौरान एसडीएम प्रदीप साहू, तहसीलदार ऋतुराज सिंह बिसेन, नायब तहसीलदार किशोर वर्मा, स्टेशन मास्टर मनोज खलखो मौजूद थे।