कोरोना की बेकाबू रफ्तार से केंद्र और राज्य सरकार की उड़ी नींद.. कोरोना से प्रभावित छत्तीसगढ में केंद्र ने भेजी टीम..
नई दिल्लीः कोरोना की बेकाबू रफ्तार पर केंद्र व राज्य सरकारों की चिंता बढ़ने लगी है। कुछ राज्य सरकारों ने तो बड़े शहरों में कोरोना रोकने को नाइट कर्फ्यू का ऐलान भी कर दिया है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन आज 11 राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक करने वाले हैं। 8 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बातचीत करेंगे। केंद्र ने 3 राज्यों में एक्सपर्ट्स की टीमें भी भेजी हैं। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब में हालात बहुत बिगड़ गए हैं। इन तीन राज्यों में केंद्र ने एक्सपर्ट्स की 50 टीमें तैनात कर दी हैं। इनमें 30 टीमें महाराष्ट्र में, 11 छत्तीसगढ़ में, 9 टीमें पंजाब गई हैं।
– इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हर्षवर्धन की बैठक आज
कोरोना से फिर बिगड़े हालात कैसे काबू में किए जाएं. कैसे संक्रमण को रोका जाए. क्या नई रणनीति बनाई जाए. मीटिंग पर मीटिंग बुलाई जा रही हैं। आज ही स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की 11 राज्यों के स्वास्थ मंत्रियों के साथ मीटिंग है। इन राज्यों में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पंजाब और राजस्थान शामिल हैं।
खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा करेंगे। इसमें कोराना की स्थिति और वैक्सीनेशन प्रक्रिया दोनों पर बात होगी। कोरोना के इस नई लहर पर कोई लापरवाही नहीं की जा सकती, क्योंकि मामले जिस तरह से बढ़े हैं, उससे हर तरफ हड़कंप मच गया है।
– 25 दिन में मिले ऐसे बढ़े केस
इसे इस तरह से समझ सकते हैं कि सिर्फ 25 दिन में संक्रमण के मामले एक दिन में 20 हज़ार से एक दिन में एक लाख के पार हो गए, जब पिछले साल सितंबर में जब एक दिन में 98 हज़ार मामलों का पीक आया था तो उस पीक तक पहुंचने में 76 दिन लगे थे। ए स्थिति अगर काबू में नहीं आई, हालात और विस्फोटक हुए, तो फिर लॉकडाउन के अलावा कोई चारा नहीं बचेगा. इसलिए अभी से सख्ती ज़रूरी है। महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली जैसे राज्य पहले से सख्ती दिखा रहे हैं।
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