छत्तीसगढ़

प्रदेश में आंशिक नाइट कर्फ्यू का दौर प्रारंभ.. कलेक्टरो को पूर्ण रूप से नाइट कर्फ्यू लगाने का अधिकार.. अब वैक्सीनेशन में शिक्षकों की भी ड्यूटी..सीएम हाउस में हुई कोरोना की समीक्षा बैठक खत्म..लॉकडाउन को लेकर लिया गया यह फैसला

रायपुर। छत्तीसगढ़ में बेकाबू होते कोरोना संक्रमण के आंकड़ों के बीच आज सीएम हाउस में हुई उच्च स्तरीय बैठक में तय किया गया है कि फिलहाल लाॅकडाउन नहीं लगाया जाएगा. संक्रमण पर रोक लगाने के लिए लिए जरूरी होने पर नाईट कर्फ्यू लगाने का अधिकार कलेक्टरों को दिया गया है. रात 9 बजे के बाद  सभी दुकानें बंद हो जाएंगी व्यवसायिक गतिविधियों के बंद होने के अतिरिक्त लोगों के  आवाजाही पर भी  रात 9 बजे के बाद  मनाही होगी। कोरोना संक्रमण के बेकाबू होते आंकड़ों के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज इसकी समीक्षा की. बैठक में राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण की रोकथाम और कोविड-19 टीकाकरण की समीक्षा की गई है. समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वैक्सिनेशन में तेजी लाने और संक्रमण रोकने के लिए जारी गाइडलाइन का कड़ाई से पालन कराए जाने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने कंटेंटमेन जोन में सख्ती बरतने के निर्देश भी दिए हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण की रोकथाम और कोविड-19 टीकाकरण की समीक्षा करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से प्रभावित जिलों में तेजी से कोविड-19 टीकाकरण कार्य कराया जाएं। टीकाकरण कराने में स्वास्थ्य विभाग के अलावा नगरीय निकायों के कर्मचारियों और शिक्षकों आदि की भी ड्यूटी लगायी जाए। टीकाकरण के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए सरपंचों और जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिए जाए। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जारी की गई गाईडलाईन का कड़ाई से पालन किया जाए। इनमें किसी तरह की लापरवाही अथवा नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। इसी तरह होम आईसोलेशन के मरीजों के लिए जारी दिशा-निर्देशों का भी कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के लिए सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण कोविड-19 से बचाव के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय है। टीकाकरण के बाद भी लोगों को मास्क और सेनेटाईजर का निरंतर उपयोग करते रहना है। टीकाकरण होने के बाद संक्रमित होने पर स्थिति गंभीर नहीं होती है। कोरोना टीके के दोनों डोज लगने के बाद भी यदि व्यक्ति को कोरोना संक्रमण होता है तो वह मामूली होगा और स्थिति उतनी अधिक गंभीर नहीं होगी। ऐसी स्थिति में अस्पताल में भर्ती होने या मृत्यु की संभावनाएं नहीं रहती है।

 

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