बलरामपुर जिले के कुसमी विकासखंड मे शिक्षकों की लापरवाही से चौपट हुई शिक्षा व्यवस्था, सरकारी स्कूलों में बच्चे स्कूल पढ़ने जाते हैं,लेकिन विद्यालय मे नहीं पहुंचते हैं शिक्षक

बलरामपुर । कुसमी विकासखंड के ग्राम-बेतपानी के प्राथमिक शाला के शिक्षक के द्वारा बच्चों का भविष्य अंधेकार में धकेलते हुए नजर आ रही है।नौनिहालों को साक्षर बनाने के लिए सर्वशिक्षा अभियान चलाया जा रहा है।इसके तहत परिषदीय विद्यालयों में अध्यनरत छात्र एवं छात्राओं को किताबें,ड्रेस व एमडीएम मुफ्त में दिया जाता है।इस व्यवस्था में सरकार का प्रतिमाह करोड़ों रुपये खर्च हो रहा,लेकिन शिक्षकों की लापरवाही से जिले के अधिकतर प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई है।इससे नौनिहालों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है।इससे बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है।साथ ही शासन की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
ऐसे में छोटे-छोटे बच्चे कैसे बनाएंगे अपना भविष्य।जिले मे 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को शिक्षित करने के लिए विद्यालय संचालित किए गए हैं।छोटे-छोटे बच्चों ने कहा की कई दिन से नहीं आ रहे हैं,हम बैठ कर इंतजार करते रहते हैं और खेल कूद कर हम अपने घर चले जाते हैं।
3 दिन से नहीं खुला है स्कूल,,,,सरकारी स्कूलों शिक्षा का स्तर इतना नीचे गिर गया है,कि स्कूल को देख कर ही पता चल रहा होगा कि कैसे गढ़ रहे होंगे अपना भविष्य।प्रशासन की अनदेखी व कुछ शिक्षकों के द्वारा यह लापरवाही बरतने से स्कूल की स्थिति बहुत ही लचर हो गई है।और बच्चों का भविष्य अंधकार कीऔर जा रही है इससे क्या उम्मीद लगाया जा सकता है कि बच्चे अपना भविष्य बना पाएंगे।विद्यालयों में तैनात शिक्षक वेतन के नाम पर मोटी रकम डकार रहे हैं।इसके बाद भी कुछ शिक्षक अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह सही ढंग से नहीं कर रहे हैं।प्रशासन इसको संज्ञान में कब लेती है और इसके प्रति क्या कार्रवाई करती है।