छत्तीसगढ़ के आम बजट पर सरगुजा जिले के जनप्रतिनिधियों ने दी अपनी प्रतिक्रिया , भाजपा ने कहा दिशाहीन बजट वहीं कांग्रेस ने बताया सर्वहितेषी
अंबिकापुर । प्रदेश के मुख्यमंत्री व वित्त मंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रस्तुत आम बजट पर सरगुजा जिले के सत्ता पक्ष व विपक्ष से जुड़े जनप्रतिनिधियों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है सत्ता पक्ष के जन प्रतिनिधियों ने जहां बजट को सर्व हितैषी बताया तो वहीं भारतीय जनता पार्टी से जुड़े नेताओं ने बजट को पूरी तरह से दिशाहीन बताया.
बीस सूत्रीय क्रियान्वयन कार्यक्रम के उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने नवीन तहसीलों की स्थापना सहित कृषि क्षेत्र में समुचित विकास हेतु गोधन न्याय योजना से लेकर किसानों की सबको आवास, सबको शुद्ध पेयजल सहित हर उस छोटी बड़ी बातों का सरकार ने अपने बजट में सम्मिलित किया है, यह बज़ट पूरी तरह से सर्वहितैषी है।
छत्तीसगढ की भूपेष सरकार द्वारा प्रस्तुत आम बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुऐ भाजपा जिलाध्यक्ष ललन प्रताप सिंह ने इसे अत्यंत निराशाजनक बताया है।
उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि कांग्रेस सरकार ने विधानसभा में वार्षिक बजट प्रस्तुत कर सिर्फ औपचारिकता निभाई है बजट में न तो महिलाओं के लिए कुछ है और न ही युवाओं के लिए, न रोजगार की बात है न महिलाओं की सुरक्षा की चिंता। यदि सरगुजा के परिप्रेक्ष्य में बात करें तो हमारे जिले के हिस्से कुछ भी नहीं है। बजट ने आम जनता को निराश किया है।
श्रम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शफी अहमद ने कहा की सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के समुचित विकास की बात बज़ट में कई है, चाहे वो स्वास्थ्य सुविधा में वृद्धि की बात हो, अथवा उत्कृष्ठ अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की संख्या में वृद्धि तो वहीं रोजगार देने की बात हर विषय पर सरकार ने अलग-अलग प्रावधान किया है, जो कि समुचित विकास की महत्वपूर्ण बज़ट है।
प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा पिछडा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सोनी ने इस बजट को दिशाहीन बिना विजन का बजट निरूपित किया है। उन्होंने कहा कि किसाने के लिए बडे बडे वादे करने वाली कांग्रेस सरकार ने किसानों को फिर छला है। बजट में न तो किसानों की सम्पूर्ण ऋण माफी का जिक्र है न ही बकाया धान बोनस देने का और तो और किसानों को 2500 रूपये प्रति क्विंटल धान खरीदी मूल्य देने की घोषणा करने का साहस भी यह सरकार नहीं कर पाई। प्रदेश का किसान, मजदूर, तथा गरीब तबका इस बजट से नाउम्मीद हुुआ है।
औषधि एवं पादप विकास बोर्ड के अध्यक्ष बाल कृष्ण पाठक ने कहा कि सरकार का उद्देश्य अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं को पहुंचाना है और सरकार का बजट इसी के अनुरूप है। सरकार ने मजदूर, किसान, महिला, बेरोजगार हर वर्ग का ध्यान रखा है। रोजगार की भी बात है तो वहीं स्वच्छता दीदियों के मानदेय में वृद्धि की बात, सब का विकास सरकार का ध्येय है, यह बजट आम आदमी का बजट है।
मुख्यमंत्री भूपेष बघेल द्वारा प्रस्तुत बजट पर अपनी प्रतिक्रिया वयक्त करतें हुऐ भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंह देव ने इसे सरगुजा के लिए अब तक का सबसे उदासीन बजट बताया है। उन्होंने कहा कि सरगुजा में तीन तीन केबनेट मंत्री होने के बाद भी सरगुजा को बजट में कोई सौगात नहीं मिली यह अपसोस जनक तो है ही स्थानीय मंत्रीयों पर यह सवालीया निशान भी लगाता है । यह बजट निराशाओं से भरपूर कपोल कल्पित धारणाओं पर आधारित गढबो नवा छत्तीसगढ बनाने की घोषणा वाला बजट है। आगे उन्होंने कहा कि राज्य में बढते अपराध को लेकर बेहतर पुलिसिंग की अपेक्षा थी जिसमें भी बजट का प्रवधान नहीं किया गया है साथ ही स्वास्थ्य अधोसंरचना सहित युवाओं को रोजगार की इस बजट में घोर उपेक्षा की गई है।
महापौर डॉ अजय तिर्की ने कहा की कोरोना के बावजूद सरकार ने प्रदेश के समुचित विकास पर ध्यान दिया है, स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार का ध्यान इसी बात से परिलक्षित होता है, मेडिकल कॉलेज के विकास के सुविधाओं के विकास हेतु प्रतिबद्धता जतायी है, जब कि स्वच्छता दीदियों के मानदेय में वृद्धि की बात बज़ट में सम्मिलित करना हमारे लिए हर्ष की बात है।