अंबिकापुर में बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु रैपिड रैस्पोंस टीम का गठित
अम्बिकापुर । अंबिकापुर में बर्ड फ्लू का बड़ा मामला सामने आया है। इससे इलाके में हड़कंप मच गया है। अब यहां सकालो शासकीय कुकुट पालन के लगभग 21 हजार पक्षियों-मुर्गियों को मारने की तैयारी चल रही है। एक किमी रेंज के अंदर के सभी मुर्गियों और पक्षियों को मारने की तैयारी की जा रही है। सरगुजा कलेक्टर ने आदेश जारी कर कहा कि संक्रमण पाये गए क्षेत्र के 1 किमी को समंवित क्षेत्र एवं 10 किमी के क्षेत्र को सर्विलेंस जोन घोषित किया जाए। एसओपी के अनुसार, कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। मारे गए पक्षियों एवं फार्म के अपशिष्टों का जैव सुरक्षा नियमों के अनुसार प्रबंधन किया जाएगा। पोल्ट्री फार्म में कार्यरत कर्मचारियों को 10 दिन के लिए क्वारंटाईन किया जाए, तथा स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर लक्षण युक्त कर्मचारियों का एसओपी के अनुसार सैम्पल लेकर टेस्टिंग के लिए भेजा जाए तथा एंटी वायरल प्रोफाईलेक्सिस दिया जाए। साथ ही लक्षण एवं संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक किया जाए। जिले से बाहर एवं जिले के भीतर कुक्कुट एवं अण्डे का किसी प्रकार का भी परिवहन पूर्णत: प्रतिबंधित है। इसके साथ ही जिले में संबंधित समस्त विक्रय केन्द्र की निगरानी की भी आवश्यकता है।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी संजीव कुमार झा ने बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद इसके रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए जिला स्तरीय रैपिड रैस्पोंस टीम का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि शासकीय कुक्कुट पालन प्रक्षेत्र सकालो में पक्षियों के किलिंग डिस्पोजल एवं डिसइन्फेक्शन के लिए रैपिड रैस्पोंस टीम बनाया गया है। इसमें शासकीय सूकल पालन प्रक्षेत्र के पशुपालन सहायक सर्जन को नोडल अधिकारी का दायित्व डॉ. ए.एल सिंह को सौंपा गया है। इसके अलावा कृत्रिम गर्भाधान केन्द्र अम्बिकापुर के पशुपालन सहायक सर्जन डॉ. सी.के. मिश्रा, पशु चिकित्सा सेवाएं के पशुपालन सहायक सर्जन डॉ. एस.एस. सेंगर, शासकीय सूकल पालन प्रक्षेत्र के ए.व्ही.एफ.ओ. जे.पी. दुबे व नेहरू राम, शासकीय कुक्कुट पालन प्रक्षेत्र की ए.व्ही.एफ.ओ. श्रीमती गीता सिदार, परिचारक रामकुमार सहित शासकीय कुक्कुट पालन प्रक्षेत्र सकालो के 5 मजदूरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
शासकीय कुक्कुट पालन प्रक्षेत्र सकालो के 1 किलोमीटर की परिधि के समस्त पक्षियों के किलिंग डिस्पोजल एवं डिसइन्फेक्शन के लिए भी रैपिड रैस्पोंस टीम बनाया गया है। इसमें 5-5 अधिकारियों को नोडल अधिकारी एवं सहायक नोडल अधिकारी परिचारक व 1-1 मजदूर को दायित्व सौंपा गया है। इस टीम में डॉ. पी.एल. सोरी को नोडल अधिकारी, पवन सिंह को सहायक नोडल अधिकारी व घासीराम को परिचारक बनाया गया है। डॉ. विशाल जायसवाल को नोडल अधिकारी, अमृत पैकरा को सहायक नोडल अधिकारी व अशोक यादव को परिचारक का दायित्व सौंपा गया है। डॉ. रूपेश सिंह नोडल अधिकारी, अशोक चौहान को सहायक नोडल अधिकारी व भोलाराम को सहायक बनाया गया है। डॉ. अनिल चौहान को नोडल अधिकारी, मनोज नाग को सहायक नोडल अधिकारी, कवल साय को सहायक (परिचारक), डॉ. विशाल बंसल को नोडल अधिकारी, रविकान्त ताम्रकार को सहायक नोडल अधिकारी व ठुनमुन राम को सहायक बनाया गया है। शासकीय कुक्कुट पालन प्रक्षेत्र सकालो के 1 किलोमीटर परिधि के अंतर्गत सभी प्रकार के पक्षियों के लिए रैपिड रैस्पोंस टीम बनाया गया है। डॉ. तनवीर अहमद को नोडल अधिकारी व एम.एल स्वर्णकार, उमेश कुशवाहा व के.एल सिदार को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। कलेक्टर ने नियुक्त सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सौंपे गए दायित्व का निर्वहन करने के निर्देश दिए हैं।