बैठक में अनुपस्थित एवं शासकीय कार्य मे अरुचि लेने वाले 2 कर्मचारियों को निलंबित एवं 5 सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी
मुकेश अग्रवाल पत्थलगांव
कलेक्टर महादेव कावरे ने आज पत्थलगांव विकासखण्ड के जनपद कार्यालय सभाकक्ष में कार्यक्रम अधिकारी, तकनीकी सहायक, करारोपण अधिकारी, पंचायत सचिव सरपंचों की समीक्षा बैठक ली। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री के.एस. मंडावी, सीईओ जनपद पंचायत पत्थलगांव श्री बी.एल.सरल, जिला सलाहकार स्वच्छ भारत मिशन श्री राजेश जैन, तहसीलदार श्री महेश शर्मा, सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
कलेक्टर ने प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, गोधन न्याय योजना, अधोसंरचना विकास मद, जिला खनिज न्यास योजना, परियोजना मद योजना, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, ग्रामीण आजीविकास मिशन और मनरेगा के कार्य में डबरी निर्माण, तालाब गहरीकरण, कुआॅ निर्माण, भूमि समतलीकरण, नरवा विकास के कार्यो की गहन समीक्षा की और कार्यो को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारी कर्मचारियों को कार्यो में विशेष रुचि लेते हुए लंबित कार्यो को यथाशीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री कावरे ने सभी पंचायत में ग्रामीण सचिवालय के माध्यम से लोगों की समस्याओं का स्थानीय स्तर पर निराकरण करने के निर्देश पंचायत स्तरीय अधिकारियों को दिए । इस हेतु प्रत्येक पंचायत में एक निश्चित दिन ग्राम सचिवालय लगाने की बात कही। उन्होंने सभी अधिकारियों को दीवार लेखन के माध्यम से लोक सेवा गारंटी एवं पंचायत स्तर पर होने वाले कार्यो की जानकारी पंचायत भवन पर प्रदर्शित करने की हिदायत दी। उन्होंने पंचायत स्तरीय सभी अधिकारी कर्मचारी को उक्त दिन लगने वाले सचिवालय में उपस्थित रहकर समस्याओं को समय सीमा में निराकृत करने की बात कही। साथ ही होने वाली कार्यवाही का व्यवस्थित रिकार्ड संधारित करने के हिदायत दी। श्री कावरे ने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत पत्थलगांव में स्वीकृत कार्यो की समीक्षा की। श्री जैन ने बताया कि पत्थलगांव में स्वच्छ भारत मिशन के तहत 32 सामुदायिक शौचालय, 4-4 हाईवे एवं दिव्यांग सामुदायिक शौचालय एवं 3 सेग्रिगेशन शेड का निर्माण कार्य प्रगतिरत है। कलेक्टर ने संबंधित तकनीकी सहायकों एवं सचिवों को आगामी 20 फरवरी तक सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण करते हुए जियो टैगिंग एवं एमआईएस पोर्टल पर जानकारी प्रविष्ट कराने के सख्त निर्देश दिए।