नगर पंचायत में बवाल, उपस्थित अध्यक्ष को अनुपस्थित बताकर कर दिया लाखों रुपए की चेक काटने का बड़ा कारनामा, नगर पंचायत अध्यक्ष ने अपने अधिकारों का हनन के लिए पत्थलगांव एसडीएम एवं नगरी प्रशासन मंत्री छत्तीसगढ़ शासन को सौंपा शिकायतों का पुलिंदा

मुकेश अग्रवाल हिंद शिखर न्यूज पत्थलगांव | जिले के पत्थलगांव नगर पंचायत में अचानक बवाल हो गया है । बवाल इतना बढ़ गया कि इसके चलते नगर पंचायत अध्यक्ष को अपनी शक्ति का इस्तेमाल करते हुए पूरे पीआईसी को भंग करना पड़ा ।
जानकारी के मुताबिक बीते 30 दिसम्बर और 31 दिसम्बर को नगर पंचायत अध्यक्ष के मुख्यालय में रहने के बावजूद नगरपंचायत उपाध्यक्ष के द्वारा लाखो रुपये के चेक पर हस्ताक्षर करके लाखो रुपये का बिल भुगतान कर दिये । इस बात की जानकारी जब आदिवासी नगर पंचायत अध्यक्ष सुचिता को लगी तो अगले दिन नगरपंचायत में हंगामा शुरू हो गया।
नगर पंचायत अध्यक्ष सुचिता तिर्की का कहना है कि वह कहीं नही गयी थी , पत्थल गांव में ही थी लेकिन उन्हें अनुपस्थित बताकर नियमों का हवाला देकर सारे भुगतान चेक पर उपाध्यक्ष श्याम नारायण गुप्ता ने सारे चेक पर अपना हस्ताक्षर कर दिया और लाखों के चेक से बैंक से राशि निकाल ली गयी । जो पूर्णतः गलत है।
इधर, कांग्रेश पार्षद सतीश अग्रवाल का कहना है कि नगरपंचायत के 4 पांच लोगों ने मिलकर पूरे नगरपंचायत को भ्र्ष्टाचार का अड्डा बना दिया है | जिसकी बानगी बीते 30 दिसम्बर को देखने को मिली । अध्यक्ष की मौजूदगी के बावजूद अनुपस्थित बताकर लाखो रुपये आहरण कर लिए गए। सतीश अग्रवाल ने मांग की है कि ऐसे अवैधानिक कार्य करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाय।
दूसरी तरफ नगर पंचायत के उपाध्यक्ष श्याम नारायण गुप्ता का कहना है कि उन्होंने नियम के तहत चेक पर हस्ताक्षर किए है। यह उनका संवैधानिक अधिकार है। उन्होंने बताया कि नगर पालिका अधिकारी के द्वारा बार हस्ताक्षर के लिए नगर पंचायत अध्यक्ष के पास भेजा जा रहा था लेकिन वह टाल मटोल कर रही थी | ऐसे में नगरपालिका अधिकारी ने नियम और अधिकार का इस्तेमाल करते हुए काम किया है । कुछ भी गलत नहीं हुआ है।
खास बात यह भी है कि नगरपंचायत उपाध्यक्ष श्याम नारायण गुप्ता के द्वारा नगर पंचायत कार्यकालय में अलग से चैंबर बनाया जा रहा था | जिसे कांग्रेसी पार्षद सतीश अग्रवाल ने बंन्द करवा दिया ।
गौर करने वाली बात यह है कि पत्थल गांव नगर पंचायत मे भाजपा की सरकार है। नगर पंचायत अध्यक्ष ,उपाध्यक्ष और पार्षद अजय बंसल तीनो भाजपा से हैं, लेकिन आर्थिक गोल माल की खबर आने के बाद भाजपा के नपा अध्यक्ष और पार्षद के साथ विपक्षी कांग्रेसी पार्षदों ने नपा उपाध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
नगर पंचायत अध्यक्ष एवं पार्षदों का एक दल ने मिलकर पत्थलगांव एसडीएम एवं नगरी प्रशासन मंत्री शिव डहरिया को आदिवासी महिला अध्यक्ष के अधिकारों का हनन करते हुए अवैधानिक रूप से उपाध्यक्ष द्वारा लाखों रुपए के चेक का भुगतान एक ही दिन में किया गया है जिसमें पूरी तरह से भ्रष्टाचार की बू आ रही है ।सबसे मजेदार पहलू यह है कि 21 दिसंबर को ही पूर्व सीएम ओ जय मंगल परिहार रिटायर हुए थे कुल मिलाकर नगर पंचायत में लाखों रुपए का भ्रष्टाचार की खबर आने के बाद पूरे नगर में चर्चाओं का माहौल गर्म है ।अब देखना यह है कि आदिवासी महिला अध्यक्ष की अधिकारों का हनन करते हुए अवैधानिक रूप से लाखों रुपए के चेक काट कर राशि के भुगतान करने वाले मामले पर क्या कार्यवाही होती हैं?? जबकि महिला अध्यक्ष पत्थलगांव में ही मौजूद थीं उनके द्वारा बताया गया कि फर्जी बिलों के कारण उनके द्वारा जांच करने पर ही हस्ताक्षर की बात कही जा रही थी लेकिन बिलों पर लीपापोती करने के लिए उन्हें अनुपस्थित बताकर पूरे कारनामे को अंजाम दिया गया है।