हाथी की चपेट में आकर वृद्ध की मौत, ग्रामीणों ने विभाग पर लापरवाही का लगाया आरोप.. सूचना पर भी वन कर्मी नहीं आते मुआयना करने
मनीष गुप्ता हिंद शिखर न्यूज़ प्रतापपुर। सूरजपुर जिले के प्रतापपुर क्षेत्र में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज प्रतापपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत दुरती निवासी 60 वर्षीय सूरत लाल यादव को जंगली हाथी ने कुचल कर मार डाल। घटना मंगलवार को अहले सुबह करीब 5 बजे हुई। प्रतापपुर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया है।
जानकारी के अनुसार सूरत लाल यादव अल सुबह हमेशा की तरह अपने मवेशियों को चराने खदरा जंगल की ओर जा रहा था इसी दौरान एक अचानक जंगली हाथी से सामना हो गया और उसे सूंड़ से उठाकर पटक कर सीना को कुचल दिया। विभाग ने परिजनों को तत्कालीन सहायता राशि के रूप में 25000 हजार दी है।घटना के बाद क्षेत्र के लोग दहशत में है।
वन परीक्षेत्र प्रतापपुर एवं आसपास का इलाका पिछले कई सालों से जंगली हाथियों के आतंक से जूझ रहा है।बावजूद इसके प्रशासन एवं वन विभाग द्वारा कोई सार्थक पहल नहीं किया जा रहा है। जिससे ग्रामीणों में प्रशासन एवं विभाग के प्रति रोष है।
प्रतिवर्ष लाखों की फसल हुई बर्बाद, विभाग नहीं लेती सुध
ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों द्वारा प्रत्येक वर्ष लाखों रुपए के फसल बर्बाद कर दिया जाता है सबसे दुखद बात यह है कि हाथियों के खौफ से ग्रामीणों को निजात दिलाने के लिए प्रशासन एवं विभाग द्वारा कोई सार्थक पहल नहीं किया जा रहा है। अपने खेत में खून पसीने की कमाई से फसल लगाते हैं मगर हाथियों द्वारा हर साल पशुओं को रोक दिया जाता है ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग सिर्फ हाथी भगाने के नाम पर खानापूर्ति करती है और जिस समय हाथी नुकसान पहुंचाता है उस समय वन कर्मियों सूचना देने पर भी मुआयना के लिए नहीं आते।मसगा के ग्रामीणों ने बताया कि यही हाथी लीचले दिनों पूरी रात किसानों के खेत मे लगे खड़ी फसलों को रौंद दिया।सूचना व जानकारी के बावजूद भी अभी तक वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा मौके पर आकर क्षतिपूर्ति नहीं बनाया गया है जिससे ग्रामीणों में विभाग के प्रति रोष व्याप्त है।