जशपुर

मोहल्ला क्लास लगाने वाला शिक्षक कोरोना संक्रमित, मोहल्ला क्लास के लिए अधिकारी बना रहे हैं शिक्षकों पर जबरन दबाव, मौखिक आदेश कहीं न पड़ जाए बच्चों पर भारी , शिक्षक संगठन भी मोहल्ला क्लास के पक्ष में नहीं

हिंद शिखर न्यूज़ जशपुरनगर:- कोरोना संक्रमण काल में मार्च महीने से ही स्कूलों का संचालन बंद पड़ा हुआ है। केंद्र सरकार ने भी स्कूल खोलने सम्बन्धी निर्णय लेने का अधिकार अब राज्यों के पाले में डाल दिया है। कोरोना महामारी के संक्रमण की संभावनाओं के कारण अभी भी शैक्षणिक संस्थाओं के खुलने के सम्बन्ध में अनिश्चितता बनी हुई है। ऐसे में बच्चों की पढाई-लिखाई को जारी रखना एक बड़ी चुनौती बन गया है। जिसके मद्देनजर शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के स्व-प्रेरणा व स्वैच्छिक प्रयास से किये जा रहे कार्यों पर पूर्ण सहयोग प्रदान करने का निर्देश जारी किया है। जिसमें शिक्षा सचिव आलोक शुक्ला ने सभी कलेक्टरों को आदेशित किया है कि जो शिक्षक स्व-प्रेरणा और पूर्ण स्वेच्छा से इस कोरोना काल में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करना चाहते हैं उन्हें सहयोग किया जाये परन्तु किसी भी शिक्षक पर इस कार्य के लिए कोई दबाव न डाला जाये। परन्तु जशपुर जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारी शिक्षकों को मोहल्ला क्लास लगाने के लिए जबरन दबाव बनाकर शिक्षा सचिव के आदेश का खुलेआम धज्जी उड़ा रहे हैं।
जिले में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं, ऐसे में जिले भर में संचालित मोहल्ला क्लास पर भी संक्रमण का ख़तरा बढ़ गया है। जिले के कई शिक्षक कोरोना संक्रमण से पीड़ित हो चुके हैं। ताजा मामला दुलदुला ब्लॉक का है। जहाँ बुधवार को एक शिक्षक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। खबर यह भी आ रहा है कि कोरोना जाँच से पहले वह कई दिनों तक मोहल्ला क्लास भी लगा चुका है। इससे पूर्व भी जशपुर, फरसाबहार व पत्थलगांव ब्लॉक के शिक्षक-शिक्षिका भी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इन सबके बावजूद भी सभी ब्लॉकों में शिक्षकों द्वारा मुहल्ला क्लास का आयोजन कराया जा रहा है, इसमें विद्यार्थियों की उपस्थिति भी हो रही है, ऐसे में इन पर भी संक्रमण का ख़तरा मंडरा रहा है। दरअसल बच्चे सोशल डिस्टेंसिंग जैसी बातों से पूरी तरह अनजान हैं और मोहल्ला क्लास के संचालन के दौरान इसका पालन कराना भी संभव नहीं है। इस खतरे से शिक्षक भी बखूबी वाकिफ हैं लेकिन अधिकारियों के दबाव के कारण कोई भी इस विषय पर स्पष्ट रूप से बोलने को तैयार नजर नहीं आ रहा है।

फीकी पड़ी वर्चुअल क्लास:-

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों को घर में शिक्षा देने के लिए पढ़ई तुंहर दुवार सीजी स्कूल डॉट इन पर वैबेक्स एप के माध्यम से ऑनलाइन क्लास का संचालन कर रही है परन्तु जशपुर जिले की भौगोलिक बनावट ही कुछ ऐसी है कि दूरस्थ अंचलों में कनेक्टिविटी की समस्या के साथ- साथ ग्रामीणों के पास एंड्रॉइड मोबाइल की कमी के कारण बच्चे वर्चुअल क्लास से दूर होते चले जा रहे हैं।

मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना बड़ी चुनौती:-
कहने को तो सोशल डिस्टेंसिंग बहुत ही आसान शब्द है पर इसका पालन करना उतना ही मुश्किल। जागरूकता की कमी की वजह से जिले में लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर बिना मास्क के घूमते हुए खुलेआम देखा जा सकता है। गाँव में पढ़ाने के दौरान शिक्षक व उच्च अधिकारी तो सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क का पालन कराने की बात कह रहे हैं, लेकिन गाँव के इन छोटे बच्चों को मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का सही ढंग से मतलब भी पता नहीं है ऐसे में इन नियमों का पालन किस हद तक हो पा रहा है यह खुद समझा जा सकता है।

नवाचार का था आदेश, खुल रहे हैं स्कूल:-

शिक्षा विभाग ने स्व-प्रेरणा व स्वेच्छा से नवाचार के तहत मोहल्ला क्लास लगाने के निर्देश दिए हैं परन्तु शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी जिले में इस कार्य को शिक्षकों को दबाव डालकर करा रहे हैं। कुछ अति-नवाचारी शिक्षक तो अधिकारियों के मौखिक आदेश पर मोहल्ला क्लास के नाम से स्कूल ही खोल दिए हैं और बाकायदा स्कूल कैम्पस में मोहल्ला क्लास का संचालन भी कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण काल में बच्चों को मोहल्ला क्लास के माध्यम से पढ़ाने का कार्य तो जारी है लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इसके लिए जिला से कोई लिखित आदेश जारी नहीं किया गया है। मौखिक आदेश या फिर वाट्सएप मैसेज के जरिये ही शिक्षकों को पढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं, साथ ही निर्धारित प्रपत्र में प्रतिदिन जानकारी भी माँग रहे हैं। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि बिना लिखित आदेश के किसी भी प्रकार का हादसा होने पर इसका जवाबदेह कौन होगा? यह कोई तय नहीं कर पा रहा है।

इस संबंध में क्या कहना है विभिन्न शिक्षक संगठनों का:-

मोहल्ला क्लास से बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों के भी संक्रमित होने की प्रबल संभावना है। सुरक्षा पहली प्राथमिकता होनी चाहिए चाहे वो बच्चों की हो अथवा शिक्षकों की।

अनिल श्रीवास्तव
जिलाध्यक्ष
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन

अधिकारी विद्यालय खोलने का स्पष्ट आदेश करें या मोहल्ला क्लास स्थगित किया जाये। मोहल्ला क्लास से संक्रमण का खतरा सदैव बना रहेगा।

संतोष टांडे
जिलाध्यक्ष
संयुक्त शिक्षक संगठन

कोरोना का संक्रमण अभी थमा नहीं है इस स्थिति में शिक्षकों से जबरन मोहल्ला क्लास संचालित कराना सही नहीं है। फ़िलहाल मोहल्ला क्लास बंद होना चाहिए

टिकेश्वर भोय
जिलाध्यक्ष
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन

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