Video : जावा मोटरसाइकिल के डीलरशिप के लिए फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश.. पटना ,बिहार शरीफ से सात आरोपी गिरफ्तार.. पुलिस अधीक्षक टी आर कोसीमा ने किया मामले का खुलासा
पवन गुप्ता, हिंद शिखर न्यूज़ अंबिकापुर- दिनांक 02/10/2020 को प्रार्थी अजय कुमार सिंह पिता राम बिहारी सिंह निवासी बौरी पारा अंबिकापुर के द्वारा थाना कोतवाली में लिखित रूप से इस घटना का रिपोर्ट दर्ज कराया गया कि दिनांक 13/09/2020 को जावा मोटरसाइकिल डीलरशिप के संबंध में फोन आया डीलरशिप के लिए इच्छुक होने पर ऑनलाइन आवेदन करने की बात कही गई इसके बाद प्रार्थी द्वारा ऑनलाइन आवेदन info@javadealarship.com इस फर्जी वेबसाइट में किया गया। इस संबंध में दिनांक 22/09/2020 को मोबाइल के माध्यम से सूचना मिला कि जावा डीलरशिप का आवेदन कंपनी को पसंद आया है एवं कुछ औपचारिकता को पूरा करने के बाद अंबिकापुर शहर में जावा डीलरशिप नियुक्त कर लाइसेंस प्रदान कर दिया जाएगा। दिनांक 24/09/2020 को info@javadealarship.com फर्जी वेबसाइट के द्वारा जावा डीलरशिप की सूचना दी गई एवं विभिन्न चरणों में एनओसी, लाइसेंस, सिक्योरिटी डिपॉजिट एवं बैंक गारंटी के नाम से समय-समय पर बैंक खाते के माध्यम से राशि जमा करने के लिए कहा गया इस प्रकार प्रार्थी द्वारा विभिन्न चरणों में सिंडीकेट बैंक अकाउंट में कुल राशि 23 लाख एवं केनरा बैंक अकाउंट में 10 लाख रुपए जमा किया गया। साथ ही संजीव मिश्रा एवं सुधीर पांडेय नाम के व्यक्ति द्वारा फोन से बातचीत होती रही लेकिन इस दौरान प्रार्थी को यह जानकारी मिली जावा डीलरशिप किसी अन्य व्यक्ति को पहले से मिल चुका है एवं उपरोक्त वर्णित व्यक्तियों द्वारा फर्जी वेबसाइट तैयार कर जावा डीलरशिप दिलवाने के नाम पर फर्जी तरीके से लोगों से पैसा हड़प रहे हैं।
इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अधीक्षक सरगुजा द्वारा तत्काल निर्देश दिया और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरगुजा के मार्गदर्शन में साइबर सेल व थाना कोतवाली का संयुक्त टीम गठित कर नवादा (बिहार) रवाना किया गया जो उनके सभी संभावित स्थलों में दबिश दी गई परंतु पुख्ता जानकारी नहीं होने के अभाव में टीम को सफलता नहीं मिल सकी।
इसी प्रकार पटना बिहार के विभिन्न बैंकों से जानकारी ली गई इसके अलावा सभी अन्य तकनीकी जानकारी भी एकत्रित किया गया जो प्रकरण के आरोपियों तक पहुंचा जा सके इसी प्रकार वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में साइबर सेल टीम द्वारा विभिन्न पहलुओं से तकनीकी तथा बैंक डिटेल्स एटीएम डिटेल्स प्राप्त कर एनालिसिस किया गया अंत में तकनीकी जानकारी के आधार पर पुलिस साइबर सेल एवं कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा पटना के सभी संभावित स्थलों में दबिश देकर विभिन्न आरोपियों को पकड़ा गया है जिसमें निशांत कुमार पिता संजय कुमार सिंह उर्फ सौरभ ग्राम नकटपूरा पोस्ट मुरठश नालंदा बिहार शरीफ, अविनाश कुमार पिता अजय प्रसाद उर्फ लल्लू ग्राम पोक पोस्ट केवटी जिला शेखपुरा जयरामपुर, धर्मेंद्र कुमार पिता महेश्वर प्रसाद (डोमा) ग्राम कुतुबपुरा पोस्ट भंडारी जिला नालंदा, नीरज कुमार पिता राम कृष्ण प्रसाद ग्राम उफ़वडा पोस्ट चोखर जिला नवादा थाना पकडीबरावा, आकाश कुमार पिता राजकुमार प्रसाद ग्राम सिमली बेलकुअा पोस्ट माधव मील्स जिला पटना थाना मालसलामी एवं अन्य दो आरोपी नाबालिक है।
आरोपियों के कब्जे से 1 एचपी कंपनी का लैपटॉप जिसके माध्यम से आरोपी धर्मेंद्र कुमार द्वारा यूट्यूब के माध्यम से सीख कर आधार कार्ड एडिटिंग का कार्य किया जाता था और 9 नग मोबाइल हैंडसेट विभिन्न बैंकों के पास बुक, चेक बुक एवं एटीएम कार्ड और विभिन्न टेलीकॉम कंपनियों के सिम कार्ड बरामद किए गए हैं।
इन सभी आरोपियों के द्वारा घटना को अंजाम देने के लिए आधार कार्ड को फर्जी तरीके से एडिटिंग कर उसमें अंकित पते को बदल दिया जाता था एवं उसी आधार कार्ड के माध्यम से फर्जी सिम खरीद कर लोगों को कॉल कर फर्जीवाड़ा किया जाता था तथा इसी आधार कार्ड के माध्यम से विभिन्न बैंकों में बैंक खाता खुलवा कर उस खाते के पासबुक चेक बुक एटीएम खाते से लिंक मोबाइल नंबर को 5 से 7 हजार में बेच दिया जाता है। उसके बाद विभिन्न व्यक्तियों से फर्जीवाड़ा करते थे।
उक्त गिरोह के द्वारा फर्जी कॉल करके रामानुजगंज थाना अंतर्गत भी जावा डीलरशिप के नाम पर फर्जी वेबसाइट के माध्यम से फर्जीवाड़ा किया गया था इस घटना को भी इसी गिरोह द्वारा किया जाना कबूल किया गया है इस घटना में प्रार्थी से करीब डेढ़ लाख रुपए ठगी की गई थी।
इस घटना में आरोपियों के खोजबीन में थाना कोतवाली से निरीक्षक भारद्वाज सिंह उप निरीक्षक नरेश गुप्ता सहायक उप निरीक्षक प्रमोद पांडेय आरक्षक संजीव चौबे सत्येंद्र दुबे विकास सिंह मनीष सिंह एवं साइबर सेल से आरक्षक भोजराज पासवान वीरेंद्र पैकरा सुयश पैकरा स्मिता रागिनी मिंज का मुख्य रूप से योगदान रहा है।