अम्बिकापुर कोविड-19 अस्पताल की बदहाल व्यवस्था का जिम्मेदार कौन ?

अम्बिकापुर- सरगुजा के कोविड अस्पताल में व्यवस्थाएं दुरुस्त होने का नाम ही नहीं ले रही है यहां भोजन की व्यवस्था ऐसी है कि इस पर कीड़े रेंग रहे हैं कोविड-19 वार्ड में न तो सफाई की पर्याप्त व्यवस्था है और ना ही यहां पर बिजली वायरिंग का कोई ध्यान रखा गया है वार्ड के दीवारों पर बिजली के तार बिखरे हुए हैं जिससे बड़ा हादसा भी हो सकता है गंभीर बात यह कि स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव लगातार अम्बिकापुर के कोविड हॉस्पिटल की व्यवस्था का जायजा लेते रहते हैं यही कारण है कि अंबिकापुर में रहते हुए अस्पताल का भोजन खुद खाकर भी चेक किये था मगर उनके जाते ही शायद स्वास्थ विभाग के अधिकारी कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी से किनारा कर चुके हैं यही कारण है कि यहां की व्यवस्था बदहाल हो चुकी है।
दरअसल अंबिकापुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ही कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है यहां करोड़ों रुपए खर्च करके न सिर्फ बिल्डिंग को रिनोवेट किया गया बल्कि यहां खाना भी बेहतर देने का दावा स्वास्थ्य विभाग लगातार कर रहा है मगर गुरुवार को यहां मरीजों को जो भोजन दिया गया उसे देखकर स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल खुलती नजर आई क्योंकि यहां कोविड-19 के मरीजों को दिए गए खाने में जहां कीड़े रेंग रहे थे तो वहीं मरीजों को पानी भी नसीब नहीं हो पा रहा था हद तो यह कि यहां मौजूद मरीजों का कहना है कि कोविड-19 हॉस्पिटल के साफ-सफाई की व्यवस्था बेहद लचर है एक तरफ जहां मरीजों के बिस्तर पर बिछाए जाने वाला बेडशीट 3 से 4 दिनों तक नहीं बदला जा रहा तो वही यहां झाड़ू और पूछा भी नहीं किया जा रहा हद तो यह है कि यहां कई नए एसी भी लगाए गए हैं मगर यहां जो विद्युत कनेक्शन है वह पूरी तरीके से लचर है ऐसे में यहां बड़ा हादसा भी हो सकता है।
यहां सफाई का काम कर रहे कर्मियों का भी कहना है कि उन्हें पेमेंट का भुगतान नही हो पा रहा वे लोग भी व्यवस्था से खासे परेशान हैंं।
इधर मेडिकल कालेज प्रबंधन भोजन में कीड़े निकलने की घटना की जांच की बात तो कर रहा है मगर प्रबंधन का ये भी कहना है कि बेहतर सुविधा देने का प्रयास लगातार किया जा रहा है और किसी भी तरह की लापरवाही नही बरती जा रही है ऐसे में जरूरत इस बात की है कि कोविड-19 में दाखिल मरीजो को साफ सफाई के साथ बेहतर भोजन उपलब्ध कराया जाए ताकि वह जल्द से जल्द स्वस्थ हो सके।