शिक्षा

शिक्षकों को धमकी देकर अधिकारी, मोहल्ला स्कूल में भागीदारी के लिए कर रहे हैं मजबूर… कार्यवाही का डर दिखाकर जबरन भरवा रहे है स्वैच्छिक भागीदारी फार्म

अंबिकापुर- सरगुजा जिले के शिक्षक इन दिनों शिक्षा विभाग के अधिकारियों की धमकी से परेशान है उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि वे कोरोना से अपनी जान बचाए या शिक्षा विभाग के अधिकारियों से अपनी नौकरी. शिक्षा विभाग के अधिकारी कार्यवाही का भय दिखाकर शिक्षकों को मोहल्ला स्कूल संचालित करने का दबाव बना रहे हैं जबकि अभी पूरे देश में महामारी अधिनियम लागू है और ऐसे दिशा निर्देश देने का अधिकार से सिर्फ केंद्रीय गृह मंत्रालय को है किंतु लगता है सरगुजा जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारी अपने आप को सभी नियमों व अधिनियम से भी ऊपर समझते हैं ।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों छत्तीसगढ़ शासन के शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों की बैठक लेकर प्रदेश में मोहल्ला स्कूल संचालित करने के निर्देश दिए थे मोहल्ला स्कूल के माध्यम से कक्षा पहली से लेकर आठवीं तक के बच्चों को लाउडस्पीकर के माध्यम से पढ़ाई कराने एवं घर जाकर पाठ्य सामग्री व गणवेश का वितरण करने के आदेश दिए गए थे. इस बैठक के बाद प्रमुख सचिव ने सभी जिला कलेक्टरों एवं जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर मोहल्ला स्कूल संचालित करने का निर्देश दिया था. इस आदेश में यह स्पष्ट है कि इस योजना में सिर्फ उन्हीं शिक्षकों को शामिल किया जाए जो स्वेच्छा से इसमें शामिल होना चाहते हैं और जो शिक्षक योजना में शामिल होना चाहते हैं उनसे ऑनलाइन स्वैच्छिक फॉर्म भराया जाना है ।

कार्यवाही  की धमकी देकर शिक्षकों को ऑनलाइन सहमति फॉर्म भरने के लिए अधिकारी कर रहे हैं मजबूर

प्रमुख सचिव द्वारा जिले के कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारियों को भेजे गए पत्र में स्पष्ट लिखा गया है कि शिक्षकों पर किसी प्रकार का दबाव नहीं डाला जाए एवं उन्हीं शिक्षकों को शामिल किया जाए जो स्वेच्छा से मोहल्ला स्कूल योजना में शामिल होना चाहते हैं इसके बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारी शिक्षकों को व्हाट्सएप के माध्यम से सीधे-सीधे कार्यवाही की धमकी देकर ऑनलाइन सहमति देने मजबूर कर रहे हैं. आश्चर्य की बात तो यह है की शिक्षा विभाग का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मोहल्ला स्कूल के संचालन के लिए शिक्षकों को लिखित आदेश देने को तैयार नहीं है।

राकेश गुप्ता जिला पंचायत उपाध्यक्ष एवं सभापति स्थाई शिक्षा समिति जिला पंचायत सरगुजा

“आपके द्वारा मेरे संज्ञान में यह बात लाई गई है यदि आदेश स्वेच्छा से शिक्षकों को योजना में शामिल होने का है इसके बावजूद अधिकारियों द्वारा धमकी दिया जाना यह स्थिति अपने आप में विरोधाभास है , मैं कल ही जिम्मेदारी अधिकारियों से वस्तुस्थिति की जानकारी लूंगा “

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