अम्बिकापुर हरा सोना कहे जाने वाले तेंदूपत्ता के संग्रहण एवं विपणन की तैयारी जिले में वन विभाग द्वारा पूरी कर ली गई है और तेंदूपत्ता तोड़ाई का कार्य शीघ्र ही प्रराम्भ होगा। जिले के वनांचल क्षेत्र के ग्रामीण तेंदूपत्ता तोड़ाई का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं क्योंकि वनवासियों के लिए तेंदूपत्ता अतिरिक्त आय का प्रमुख साधन है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2020 में सरगुजा जिले के वनमण्डल को 38 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य मिला है। तेंदूपत्ता तोड़ाई का कार्य जिले के 46 हजार 196 वनवासी परिवारों के द्वारा की जाएगी जिससे इन्हें एक से डेढ़ माह के लिए रोजगार मिलेगा और अतिरिक्त आय प्राप्त होगा। वर्तमान में तेन्दूपत्ता संग्रहण दर 400 रूपए प्रति सैकड़ा है।
अधिकारियो ने बताया कि जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य 14 समितियों के माध्यम से 15 लॉट में निर्धारित लक्ष्य 38 हजार मानक बोरा तक किया जाएगा। अब तक उदयपुर, डाँड़गांव, केदमा, लखनपुर, बतौली एवं धौरपुर में दो समिति तथा रघुनाथपुर समिति का टेंडर पूरा हो चुका है। अम्बिकपुर, कमलेश्वरपुर, सीतापुर, पेटला, परसा, दरिमा तथा रिखी समितियों में विभागीय संग्रहण होगा। तेन्दूपत्ता संग्रहण के लिए फड स्थल का चयन कर वहां कीटनाशक का छिड़काव करा दिया गया है। रंग, बोरा, सुतली, सूजा व तारपोलिंग की व्यवस्था भी कर दी गई है। इसके साथ ही फड़ अभिरक्षक पोषक अधिकारी, जोनल अधिकारी, गोदाम प्रभारी, गोदाम सहायक एवं नियंत्रण अधिकारी की नियुक्ति कर दी गई है। तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्य के लिए करीब 2 हजार 500 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि तेन्दूपत्ता तोड़ाई के दौरान संग्राहकों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु मास्क एवं सेनेटाइजर का उपयोग तथा फिजिकल डिस्टेंस का अनुपालन करना होगा।