बिलासपुर

बिना अनुमति बांस कटाई से भड़के फॉरेस्ट गार्ड ने रेंजर को जमकर फटकार लगाई…कहा थ्री स्टार लग गया पर नियमों की जानकारी नहीं …. रेंजर सहित 11 मजदूरों के खिलाफ वन अधिकार नियम के तहत किया मामला दर्ज… देखें वीडियो

बिलासपुर-  छत्तीसगढ़ में काेरबा के रिजर्व फॉरेस्ट के अंदर बांस काटने को लेकर रेंजर और फॉरेस्ट गार्ड में जमकर विवाद हो गया। बिना अनुमति बांस कटाई होने से भड़के फॉरेस्ट गार्ड ने रेंजर की जमकर क्लास लगाई। यहां तक कह दिया कि थ्री स्टार लग गया पर नियमों की जानकारी नहीं रखते हो। इसके बाद फॉरेस्ट गार्ड ने रेंजर सहित 11 मजदूरों के खिलाफ पंचनामा तैयार कर वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार कटघोरा क्षेत्र में बांकीमोंगरा के हल्दीबाड़ी में बांस बाड़ी है। यहां परिसर रक्षक के पद पर  शेखर सिंह रात्रे कार्यरत है। दो दिन पहले फॉरेस्ट गार्ड शेखर विभागीय कार्य से मरवाही गया हुआ था। वो शुक्रवार को लौटा तो देखा कि परिसर में लगे बांसों की कटाई कर दी गई है। इस पर उसने वहां काम कर रहे मजदूरों से पूछताछ की तो उन्होंने कटघोरा के परिसर रक्षक रामकुमार यादव के कहने पर बांस की कटाई करना बताया।

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11 मजदूरों को 250 रुपए प्रतिदिन मजदूरी देने की बात कहकर लाया गया
मजदूरों से पूछताछ में यह भी पता चला कि घुरूमुड़ा के रहने वाले 11 मजदूरों को प्रतिदिन 250 रुपए के हिसाब से मजदूरी देने की बात कहकर काम पर लगाया गया था। इसके बाद फॉरेस्ट गार्ड रात्रे ने रामकुमार यादव से पूछा, तो उसने किसी तरह की अनुमति होने से इनकार कर दिया। साथ ही बताया कि रेंजर मृत्युंजय शर्मा के कहने पर कटाई का काम हो रहा है। बीट गार्ड ने मजदूरों को बांस को काटने से रोका और 11 टंगिया जब्त कर ली।

रेंजर ने कहा- समिति के माध्यम से विभागीय कटाई हाे रही

इस दौरान रेंजर मृत्युंजय शर्मा भी पहुंच गए। इसके बीट गार्ड और रेंजर के बीच विवाद शुरू हो गया। रेंजर ने बांस कटाई के संबंध में कोई दस्तावेज होने से इनकार कर दिया। कहा कि विभागीय स्तर पर कटाई हो रही है। समिति के माध्यम से इसे कराया जा रहा है, लेकिन इसके लिए कोई आदेश नहीं है। इस पर बीट गार्ड ने कहा कि यह आरक्षित वन क्षेत्र है। जहां पेड़ काटने की अनुमति नहीं होती है। आपको नियम कानून का पता नहीं है। आप अपराधी हो।

भले ही आप रेंजर हो, पर यहां की सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी
फॉरेस्ट गार्ड रात्रे ने रेंजर से कहा पंचनामा में हस्ताक्षर करना होगा। रेंजर भी जवाब देते रहे, लेकिन फॉरेस्ट गार्ड मानने को तैयार नहीं था। उसने यहां तक कह दिया कि भले ही आप रेंजर हो लेकिन यहां की सुरक्षा की मेरी जिम्मेदारी है। ज्यादा करोगे तो वर्दी उतरवा दूंगा इसके बाद रात्रे ने रेंजर मृत्युंजय शर्मा, परिक्षेत्र सहायक दर्री अजय कौशिक, बीट गार्ड रामकुमार समेत 11 मजदूरों के खिलाफ पीओआर (प्राथमिक अपराध प्रतिवेदन) काटा है।

 

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