लाँँकडाउन के बीच प्रशासन की अमानवीय कार्यवाही, 25 घरों पर चलाया बुलडोजर
अंबिकापुर नगर के बिशुनपुर गंगापुर खुर्द नालापारा टू क्षेत्र में प्रशासन ने मंगलवार को आधा दर्जन से भी अधिक लोगों के पक्के मकान जमींदोज कर दिए। प्रशासन की टीम जब मकानों को गिराने मौके पर पहुंची तो वहां के रहवासियों में अफरातफरी की स्थिति निर्मित हो गई थी। सभी मकान के अंदर से सामान बाहर निकालने में जुट गए थे। कई लोगों का सामान मलवों में दब गया। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने कहा कि यह मेडिकल कॉलेज की जमीन है। यहां घर बनाने की परमिशन किसी को नहीं है। जबकि वहां के रहवासियों का कहना था कि वे लोग वहां 25 वर्षों से निवास कर रहे हैं, और कई बार प्रशासन सहित मंत्री को राजीव गांधी आश्रय योजना अंतर्गत आवासीय पट्टा की मांग कर चुके हैं।
वार्ड क्रमांक 47 गंगापुर खुर्द नालापारा दो में निवासरत परिवार वालों ने बताया कि वे लोग 25 वर्षों से वहां निवासरत हैं। लगभग लोगों ने वहां पक्के का मकान बनवा लिया है, और कई मकान निर्माणाधीन थे। जिन लोगों का घर बन रहा है उन्हें प्रशासन द्वारा नोटिस दिया गया था। बाद में घर बनाने वालों ने न्यायालय की मदद ली थी। वार्ड वासियों ने यह भी बताया कि वे लोग टैक्स भी पटाते आ रहे हैं। घर बनाने से पूर्व ग्राम सभा द्वारा मकान बनाने की अनुमति पारित की गई थी। अपने निवास को लेकर प्रशासन सहित मंत्री टी एस सिंहदेव को भी वहां के रहवासियों ने राजीव गांधी आश्रय योजना अंतर्गत आवासीय पट्टा प्रदान करने की मांग की थी। मोहल्ले वासियों ने बताया कि प्रशासन के नोटिस के बाद आज कुछ लोग तहसील पेशी के लिए बुलाए गए थे। दूसरी ओर प्रशासन का अमला मौके पर पहुंचा। प्रशासन के अमले ने तत्काल सभी को मकान से बाहर निकलने और सामान निकाल लेने को कहा। यह सुनते ही वहां अफरातफरी की स्थिति निर्मित हो गई। आधा दर्जन से भी अधिक लोगों के पक्के मकान को जेसीबी से ढहा दिया गया।