शिक्षासूरजपुर

शिक्षकों के प्रयास से ब्लॉक में अधिकांश छात्र- छात्राएं ऑनलाइन जुड़ अध्ययन कर रहे हैं : आलोक सिंह बीईओ स्कूल फ्रॉम होम शिक्षा प्रदान कर रहे सूरजपुर जिले के शिक्षक..

चंद्रिका कुशवाहा

सूरजपुर। राज्य में प्रतिदिन कोरोना की संख्या बढ़ रही है शिक्षण का सत्र भी बीत रहा है, छात्रों तक ऑनलाइन शिक्षा कारगर साबित हो रही है। इससे पहले तक किसी ने सोचा नहीं था कि इतनी जल्दी बदलाव आएगी और ऐसी शिक्षा देनी पड़ेगी। इस कोरोना काल में शिक्षा घर घर पहुंचाने शिक्षा विभाग ने पढ़ई तुंहर दुआर पोर्टल बनाई। ये पढ़ाई होगी ऑनलाइन इसके लिए सभी के पास मोबाइल की जरूरत होगी, शुरुआत में कई छात्रों को मोबाइल और नेटवर्क की समस्या हुई, चूंकि अब राज्य के सभी छात्रों को घर में रहकर ऑनलाइन पढ़ाई करना है और लगातार ऑनलाइन क्लास भी हो रही है तो छात्रों ने अपने अपने सक्षमतानुरूप व्यवस्था कर लिए है। इसके लिए सूरजपुर जिला शिक्षा अधिकारी व्ही0 के0 राय और जिला मिशन समन्वयक शशिकांत सिंह ने ज्यादा से ज्यादा वर्चुअल क्लास हो और इसका लाभ छात्रों को मिले इसके लिए सभी विकास खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किये है। इसी के परिपालन में ब्लॉक के बीईओ आलोक सिंह ने सभी शिक्षकों से नियमित चर्चा कर वर्चुअल क्लास लेने मार्गदर्शन दे रहे हैं। परिणाम यह कि आज ब्लॉक के दूरस्थ क्षेत्र शासकीय हाई स्कूल महेशपुर के प्रभारी प्राचार्य सुधा कंवर, व्याख्याता मृत्युंजय पाण्डेय और व्याख्याता भजन सिंह ने अपने विद्यालय और राज्य के सभी छात्रों तक शिक्षा पहुंचाने वेबेक्स और पढ़ई तुंहर दुआर पोर्टल में ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं। बता दें कि प्रारंभिक कोरोना समय से ही मृत्युंजय पाण्डेय ने अपने विद्यालय के छात्रों का व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाया है जिसमें वो प्रतिदिन विषय सामग्री भेजकर छात्रों को पढ़ा रहे थे और अब वे पढ़ई तुँहर दुआर में भी ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं। शिक्षक “स्कूल फ्रॉम होम” के तर्ज पर छात्रों तक शिक्षा पहुंचा पाने में सफल हो रहे हैं। आज उनके विद्यालय के भूतपूर्व छात्र जो विद्यालय से निकल चुके है उसमें रामकेश्वर राजवाड़े और अशोक राजवाड़े के द्वारा जिनके पास मोबाइल नहीं है उनको मोबाइल सुविधा उपलब्ध कराकर जहां नेटवर्क आती है वहाँ जाकर क्लास समय में ऑनलाइन जोड़ इस कार्यक्रम में सहयोग कर रहे हैं,जिसके चलते आज वहां अधिकांश बच्चे रोज क्लास में भाग ले रहे हैं। जबकि महेशपुर प्रेमनगर विकास खण्ड का दूरस्थ क्षेत्र है जहां नेटवर्क समस्या भी बनी रहती है, फिर भी छात्रों की रुचि पढ़ाई के प्रति कम नहीं है। मृत्युंजय पाण्डेय ने बताया कि हमारे निरन्तर प्रयास से छात्र ऑनलाइन पढ़ाई में रुचि दिखा रहे हैं। इसका लाभ छात्रों को मिल रहा है।

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