बलरामपुर

फर्जीवाड़े से ग्रामीणों को अपने जाल में फंसाकर कूटरचित दस्तावेजों के सहारे बेशकीमती जमीनों पर उत्खनन पट्टा हासिल करने वाले विजय अग्रवाल समेत तीन गिरफ्तार, पीड़ितों को न्याय की उम्मीद

अम्बिकापुर/बलरामपुर: बलरामपुर पुलिस ने भू-माफियाओं के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी भोले-भाले ग्रामीणों को अपने जाल में फंसाकर और कूटरचित दस्तावेजों के सहारे बेशकीमती जमीनों पर उत्खनन पट्टा हासिल करने के अवैध धंधे में लिप्त थे। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए सरगना विजय कुमार अग्रवाल समेत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है, जिससे पीड़ितों को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।
यह सनसनीखेज मामला बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के थाना राजपुर से सामने आया है, जहाँ अपराध क्रमांक 105/2025 के तहत आरोपियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की गंभीर धाराएं 318(4) (मृत व्यक्ति की संपत्ति का दुर्विनियोग), 336(3) (धोखाधड़ी), 338 (कूटरचना), 340(2) (बंधक बनाना या अवैध निरोध), 3(5) (अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम का उल्लंघन) और एसटी/एससी एक्ट की धारा 3(2)(ट) (अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के सदस्य की भूमि पर अवैध कब्जा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में इस गिरोह का सरगना विजय कुमार अग्रवाल (पिता रामनिवास अग्रवाल, उम्र 40 वर्ष) है, जो सरगुजा जिले के अम्बिकापुर शहर का निवासी है। उसके साथ ही अरविन्द सारथी उर्फ नईहर साय (पिता बहादुर सारथी, उम्र 36 वर्ष) और जगरनाथ पोर्ते (पिता सहाल राम, उम्र 36 वर्ष) भी गिरफ्तार किए गए हैं, जो दोनों बलरामपुर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बधिमा के रहने वाले हैं। माना जा रहा है कि स्थानीय होने के कारण इन दोनों आरोपियों ने ग्रामीणों और जमीन की जानकारी जुटाने में सरगना की मदद की थी।
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब बफौली, अम्बिकापुर की रहने वाली प्रार्थिया वृहस्पति ने थाना राजपुर में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई। प्रार्थिया ने बताया कि उनके पिता स्वर्गीय झाड़ी और उनके भाई खरीदू की संयुक्त खाते की जमीन ग्राम बधिमा में स्थित है। प्रार्थिया के पिता का निधन 26 नवंबर 2019 को हो गया था। उनकी पैतृक भूमि, जिसके खसरा नंबर क्रमशः 788, 789, 790, 791, 792 हैं और जिनका कुल रकबा 1.014 हेक्टेयर है, पर अम्बिकापुर के कुण्डला सिटी निवासी और ग्राम बधिमा में केशर प्लांट संचालित करने वाले विजय कुमार अग्रवाल ने धोखे से कब्जा कर लिया। प्रार्थिया के अनुसार, विजय कुमार अग्रवाल ने 26 जून 2023 को गैरकानूनी तरीके से सहमति पत्र बनवाकर उनकी मृत पिता और भाई की संपत्ति पर चूना पत्थर उत्खनन का पट्टा हासिल कर लिया।
इस गंभीर शिकायत के बाद थाना राजपुर पुलिस हरकत में आई और तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई। पुलिस अधीक्षक बलरामपुर-रामानुजगंज श्री वैभव बैंकर (भा.पु.से) ने मामले की गंभीरता को समझते हुए आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के सख्त निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बलरामपुर श्री विश्वदीपक त्रिपाठी और पुलिस अनुविभागीय अधिकारी याकूब मेमन के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी राजपुर निरीक्षक कुमार चंदन सिंह के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया।
पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पूरे घटनाक्रम की गहन जांच शुरू की। जांच में आवेदिका द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों और आरोपों की बारीकी से पड़ताल की गई। पुलिस ने एसडीएम राजपुर से झाड़ी की मृत्यु से संबंधित रिपोर्ट और मामले की जांच रिपोर्ट भी प्राप्त की, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि सहमति पत्र फर्जी तरीके से तैयार किया गया था। जब पुलिस ने मुख्य आरोपी विजय कुमार अग्रवाल से पूछताछ की, तो उसने अरविन्द सारथी और जगरनाथ पोर्ते के साथ मिलकर जमीन का लीज तैयार कर कलेक्टर कार्यालय में चूना पत्थर उत्खनन के लिए आवेदन करना स्वीकार कर लिया।
आरोपियों के विरुद्ध धोखाधड़ी, कूटरचना और अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध के पर्याप्त सबूत पाए जाने पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाली पुलिस टीम में निरीक्षक कुमार चंदन सिंह, उप निरीक्षक दिनेश राजवाडे, प्रधान आरक्षक राजेन्द्र ध्रुव, श्यामलाल भगत, आरक्षक अमृत सिंह, रूपेश कुमार गुप्ता, हरिशंकर डनसेना, मोतीराम राजवाडे, नरेन्द्र कश्यप, राकेश टोप्पो, जनकधारी सेन और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
बलरामपुर पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र के उन तमाम भोले-भाले ग्रामीणों को न्याय की उम्मीद जगी है जो भू-माफियाओं के चंगुल में फंसकर अपनी जमीनों से बेदखल कर दिए जाते हैं। पुलिस अधीक्षक श्री वैभव बैंकर ने कहा कि भू-माफियाओं के विरुद्ध यह अभियान जारी रहेगा और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि वे ऐसे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।

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