कुनकुरी – भाजपा की महिला पार्षद के सामने नगरपंचायत घुटने टेक कर बैठा है । मामला वार्ड क्रमांक 11 का है जहां की पार्षद गुलापी पैंकरा अपने पति कविराज पैंकरा के मकान के ऊपर प्रथम तल का निर्माण करा रही है । जिसकी ढलाई के समय पता चला कि यह भवन निर्माण बिना नगरपंचायत की अनुमति के हो रहा है । जब इस सम्बंध में नगरपंचायत कार्यालय में जानकारी लेने गए तो वहां सीएमओ नहीं मिले । उनके मोबाइल नम्बर पर कॉल किया गया लेकिन साहब ने कॉल रिसीव नहीं किया । इसके बाद वहां मौजूद राजस्व निरीक्षक प्रभात सिन्हा से बात की गई । राजस्व निरीक्षक ने ऑन कैमरा बताया कि पार्षद के द्वारा भवन निर्माण किये जाने का कोई आवेदन नहीं आया है ।अगर ढलाई की जा रही है तो उसपर नोटिस जारी कर विधिवत कार्रवाई की जाएगी ।
वहीं इस सम्बंध में कविराज पैंकरा का पक्ष जानने के लिए उनके दोनों मोबाइल नम्बरों पर कॉल किया गया लेकिन दोनों नम्बर स्विच ऑफ बताते रहे।
ऐसे में सवाल उठता है कि नगरपंचायत क्षेत्र में मकान बनाने के लिए नियम किताब में ही है बाहर इसे लागू क्यों नहीं किया जाता ? या फिर नियम केवल कमजोर , गरीब , मध्यमवर्गीय परिवार को परेशान करने के लिए है ? आखिर भवन बनाने वाले रसूखदार लोगों पर कार्रवाई करने में हाथ क्यों कांपते हैं?
कुनकुरी शहर में रोज धड़ाधड़ नए मकान बन रहे हैं । छतों की ढलाई हो रही है । अनुमति की बात करें तो अप्रैल महीने से 16 जून तक दो ही आवेदन पर अनुमति दी गई है । इस हिसाब से अंदाजा लगा सकते हैं कि शहर में अवैध भवन निर्माण किस गति से चल रहा है ।