लखनपुर । शिक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार के द्वारा हर साल करोड़ों रुपए खर्च की जाती है ताकि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे पढ़ लिखकर बेहतर भविष्य बना सके लेकिन कुछ शिक्षक ही सरकार की सोच से परे भविष्य बनाए जाने की जगह मजदूर बनाया जा रहा है। कुछ ऐसा ही मामला सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड में देखने को मिला जहां मजदूरों का पैसा बचाने के लिए स्कूली बच्चों से हेड मास्टर खड़े होकर मजदूरी का कार्य करा रहे। सरगुजा जिले का लखनपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम भरतपुर माध्यमिक शाला के हेड मास्टर 13 जनवरी दिन शनिवार की सुबह लगभग 10:30 बजे बैकलेस डे के दिन स्कूल में आए लगभग एक दर्जन से छात्र-छात्राओं से मजदूरी का कार्य करवाया जा रहा था हेड मास्टर के द्वारा स्कूली बच्चों से फावड़ा से मिट्टी खुदवा बोरी से उठवाकर स्कूल के सामने गड्ढे में मिट्टी भटिंग का कार्य कर रहे थे। जबकि बैगलेस डे के दिन बच्चों के शारीरिक और बौद्धिक विकास को लेकर खेलकूद कराया जाता है। परंतु स्कूल में तो कुछ अलग ही देखने को मिला जहां हेड मास्टर खुद खड़े होकर स्कूल के बच्चों से मजदूरी का कार्य कर रहे थे। जब मीडिया कर्मी ने बच्चों से पूछा तो उनके द्वारा बताया गया कि प्रतिदिन हेड मास्टर के द्वारा स्कूली बच्चों से कमरे और स्कूल परिसर में झाड़ू लगवाने का कार्य किया जाता है। वही बैगलेंस डे के दिन हेड मास्टर के कहने पर बच्चों के द्वारा मजबूरी में मजदूरी का कार्य किया जा रहा था। मीडिया कर्मी को देखने के बाद हेड मास्टर खुद हाथों में फावड़ा लेकर कार्य करने लगे और बच्चों को स्कूल के अंदर भेज दिया। अब देखना होगा कि विभाग के आला अधिकारी हेड मास्टर के ऊपर किस प्रकार कार्रवाई करते हैं या फिर नोटिस जारी कर मामले में लोपा पोती कर दी जायेगी।
“”””खंड शिक्षा अधिकारी प्रदीप राय”””
इस संबंध पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी प्रदीप राय ने बताया कि बच्चों का अधिकार का हनन किया जा रहा है जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी ।
“””””माध्यमिक शाला हेड मास्टर”””””
इस संबंध में माध्यमिक शाला के हेडमास्टर चरित्र सिंह आर्मो ने सफाई देते हुए कहा कि इको क्लब के तहत स्कूली बच्चों से कार्य कर सकते हैं। साथ ही बताया गया कि पाइपलाइन बिछाने के लिए स्कूल के सामने गड्ढे खोदे गए थे जिसमें बच्चों के द्वारा मिट्टी पाटने का कार्य किया गया।