पूर्व छात्र द्वारा कॉलेज परिसर में जिंदा जलाई गई प्रिंसिपल ने दम तोड़ा
कॉलेज के पूर्व छात्र ने प्रिंसिपल पर पेट्रोल डालकर उस वक्त आग लगा दी थी, जब वह कॉलेज परिसर में बेल पत्र तोड़ रही थीं। आग लगने के बाद प्रिंसीपल कॉलेज परिसर में करीब बचाओ-बचाओ की चीख के साथ बदहवास इधर-उधर दौड़ती रहीं। चीख सुनने के बाद दौड़े स्टॉफ के कुछ सदस्यों ने उन्हें संभाला और तुरंत हॉस्पिटल ले गए। गंभीर अवस्था में जली होने के कारण उन्हें लाईफ सपोर्टिंग सिस्टम पर रखा गया था। हालाँकि दिन पर दिन उनकी हालत बिगड़ती जा रही थी। अंततः उन्होंने शनिवार सुबह चार बजे दम तोड़ दिया।।
इंदौर के सिमरोल थाना क्षेत्र के बीएम फार्मेसी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ.विमुक्ता शर्मा ने जीवन-मृत्यु से पाँच दिन संघर्ष करने के बाद अंततः शनिवार सुबह चार बजे एक निजी हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। उधर, आरोपी छात्र आशुतोष श्रीवास्तव पर प्रशासन ने शुक्रवार को रासुका लगाई थी। फिलहाल वो पुलिस रिमांड पर है। मामले में पुलिस को चार चश्मदीद भी मिल गए हैं। प्रिंसीपल द्वारा आरोपी के खिलाफ पूर्व में की गई शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेने के मामले में एसपी ने एक एसआई को सस्पेंड कर दिया है।
मार्कशीट को लेकर है विवाद
आशुतोष श्रीवास्तव ने जुलाई 2022 में बी फार्मा की परीक्षा पास कर ली थी लेकिन, कई बार मांगे जाने के बावजूद कॉलेज प्रबंधन उसे मार्कशीट नहीं दे रहा था। जबकि कालेज प्रबंधन ने छात्र के दावे को गलत बताया ।