समाज के लिए मिसाल बनी स्थानीय महिलाओं को अदाणी फाउंडेशन ने किया सम्मानित
अदाणी फाउंडेशन ने महिला समानता दिवस के अवसर पर सरगुजा में महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया है | यह कार्यक्रम ग्राम परसा में आयोजित किया गया | इस कार्यक्रम में महिला उद्यमी बहुउद्देशीय सहकारी समिति (मब्स) के अलावा समाज सुधार में कार्य करने वाली उन महिलाओं ने भी भाग लिया जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों, जैसे की महिलाओं प्रति दोहरी विचारधारओं के उन्मूलन, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, रोजगार सृजन इत्यादी में उल्लेखनीय योगदान दिया है |
सम्मानित महिलाओं में मब्स की अध्यक्ष वेदमती उइके और उपाध्यक्ष अमिता सिंह को महिला सहकारी समूह के तेजी से विकास और ग्रामीण महिलाओं को आवाज देने के लिए उनकी भूमिका के लिए सम्मानित किया गया। अदाणी फाउंडेशन की पहल से राजस्थान राज्य विद्युत निगम लिमिटेड द्वारा संचालित सरगुजा साइट के अंतर्गत आने वाले ग्रामीणों को शिक्षा, स्वास्थ व आजीविका के बेहतर आयामों से जोड़ने में तो सफलता मिली ही है, साथ ही स्थानिकों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने में भी आशा के अनुरूप परिणाम देखने को मिले हैं।
कार्यक्रम का हिस्सा रहीं वेदमती उइके ने कहा “जब महिलाएं एकजुट होती हैं, तो हमारे लिए कोई भी काम मुश्किल नहीं होता है। अपने सामूहिक प्रयासों के माध्यम से, हमने विश्वास के साथ सफलता प्राप्त करने के विभिन्न आय पैदा करने वाली गतिविधियों का विस्तार किया है।
अमिता सिंह ने कहा कि “हमारे महिला सहकारी समूह की सफलता के माध्यम से, हम इस धारणा को तोड़ने में सक्षम हैं कि महिलाएं राष्ट्र के विकास में भाग नहीं ले सकती हैं। हमारा संगठन एक उदाहरण है कि यदि अवसर दिया जाए तो महिलाएं उल्लेखनीय ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकती हैं।”
कार्यक्रम में उपस्थित सरगुजा कलस्टर के सीएसआर हेड राजेश रंजन ने कहा कि “मुख्य रूप से अदाणी फाउंडेशन के स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम से जुड़कर, 100 से अधिक महिलाओं को रोजगार के नए अवसरों से जुड़ने का मौका मिला है। जो सीधे तौर पर क्षेत्रीय महिलाओं को आगे आने के लिए प्रत्साहित भी कर रहा है। फाउंडेशन के सहयोग से संचालित महिला उद्यमी बहुउद्देशीय सहकारी समिति (मब्स) द्वारा जारी विभिन्न स्वरोजगार संबंधी योजनाओं का हिस्सा बनकर, क्षेत्र की महिलाओं ने न केवल परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत किया है, बल्कि अनगिनत परिवारों के लिए मिसाल भी पेश की है।”
गौरतलब है कि मब्स की महिला सदस्यों द्वारा स्थापित, मसाला निर्माण, मास्क, सेनेटरी नेपकिन, केंचुआ खाद व कपड़ा बैग निर्माण इत्यादि यूनिट के माध्यम से स्थानीय महिलाओं को स्वरोजगार से जुड़ने का मौका मिला है। इससे सरगुजा व आस पास की अनेकों महिलाओं को बेहतर आमदनी के अनेकों अवसर प्राप्त हुए हैं। जिनके जरिए वो न सिर्फ अपने परिवार को आर्थिक रूप से मदद कर रही हैं बल्कि अन्य माता पिता को बालिकाओं की अच्छी परवरिश व उच्च शिक्षा के लिए जागरूक बनाने में भी सफल हो रही हैं।
अदाणी फाउंडेशन के बारे में:
1996 में स्थापित, अदाणी फाउंडेशन वर्तमान में 18 राज्यों में सक्रिय है, जिसमें देश भर के 2250 गाँव और कस्बे शामिल हैं। फाउंडेशन के पास प्रोफेशनल लोगों की टीम है, जो नवाचार, जन भागीदारी और सहयोग की भावना के साथ काम करती है। वार्षिक रूप से 3.2 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करते हुए अदाणी फाउंडेशन चार प्रमुख क्षेत्रों- शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका विकास और बुनियादी ढा़ंचे के विकास, पर ध्यान केंद्रित करने के साथ सामाजिक पूंजी बनाने की दिशा में काम करता है। अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण और शहरी समुदायों के समावेशी विकास और टिकाऊ प्रगति के लिए कार्य करता है, और इस तरह, राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान देता है।