48 सौ के रेमडेसीविर इंजेक्शन को 13 हजार में बेचते सरकारी अस्पताल का डॉक्टर गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ मे कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही कोरोना मरीजों के लिए जीवन रक्षक माने जाने वाले इंजेक्शन रेमडेसीविर की मांग काफी बढ़ गई है हालात यह है कि लोग एक एक इंजेक्शन के लिए 15000 रुपए तक खर्च करने के लिए तैयार है लेकिन फिर भी उन्हें इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा है .ऐसे में प्रदेश में रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी भी शुरू हो गई है ऐसा ही एक मामला भिलाई में सामने आया है जहां से इंजेक्शन रेमडेसिवीर की कालाबाजारी करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं इनके पास से 4 रेमडेसिवीर बरामद किया गया हैं। पकड़ा गया एक आरोपी जगदलपुर के शासकीय अस्पताल का डॉक्टर है। 4800 रुपए की कीमत वाले एक इंजेक्शन को 13 हजार में ब्रिकी करने की फिराक में थे। ड्रग विभाग ने ग्राहक बनकर आरोपियो को पकड़ा है।
रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी जारी
रेमडेसिवीर की कालाबाजारी करने वाले दो आरोपी डा0 पियूष शुक्ला और तुलेश्वर पटेल को सुपेला पुलिस की गिरफ्त में है। आरोपियो के पास से 4 रेमडेसिवीर बरामद किया गया है।पकड़ा गया एक आरोपी डॉ. पीयूष शुक्ला जगदलपुर के शासकीय अस्पताल का डॉक्टर बताया जा रहा है, जो वैक्सीन को 13 हजार में बिक्री करने की फिराक में था। ड्रग विभाग ने ही ग्राहक बनकर आरोपियो को पकड़ा गया है। 48 सौ की इंजेक्शन का सौदा 13 हजार में हुआ था। 2 इंजेक्शन की डिलीवरी देने आए थे। तलाशी में 4 मिल गए। रायपुर से लाना बताया है। पहले भी इंजेक्शन लाकर बेचने की शंका है। महिला की दवाई की पर्ची भेज कर दवाई का सौदा किया था। कर्मचारी को महिला का पति बनाकर भेजा गया था। डॉक्टर पीयूष अपने पिता के इलाज के लिए इंजेक्शन लाने का झांसा दे रहा है। दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर ड्रग कॉस्मेटिक के तहत कार्यवाही की जा रही हैं।