संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के अधीक्षक अजय प्रताप सिंह की मौत.. अंबिकापुर के पीजी कॉलेज ग्राउंड में अचेत मिले थे
अंबिकापुर । संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के अधीक्षक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. अधीक्षक को बुधवार को अंबिकापुर पीजी कॉलेज ग्राउंड में अचेत अवस्था में कुछ लोगों ने देखा. इसकी सूचना संजीवनी 108 को दी गई .संजीवनी 108 के माध्यम से उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में अधीक्षक के पद पर पदस्थ 52 वर्षीय अजय प्रताप सिंह पिता तेज बहादुर सिंह संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में अधीक्षक के पद पर पदस्थ थे .वे मूल रूप से मध्य प्रदेश के कटनी म के निवासी थे . अंबिकापुर में भगवानपुर में अपने परिवार के साथ रहते थे। उनका पुत्र अभिषेक सिंह जो कि अंबिकापुर के एक निजी चिकित्सालय में फार्मासिस्ट के पद पर पदस्थ हैं ने बताया कि घटना के दिन पिता ऑफिस जाने के नाम पर घर से निकले थे दोपहर में 1:30 बजे जब जब वह खाना खाने घर पहुंचा उस वक्त तक उसके पिता घर नहीं पहुंचे थे . फोन करने पर उसके पिता ने उसे बताया कि वह आधे घंटे में घर पहुंच रहे हैंं, आधे घंटे के बाद भी जब उसके पिता घर नहीं पहुंचे तो उसने दोबारा फोन लगाया तब उसके पिता ने उसे खाना खा लेने की बात कही, पुत्र ने बताया कि जब वह अपने पिता से बात कर रहा था तब उसे ऐसा महसूस हुआ जैसे उसके पिता मोटरसाइकिल से कहीं जा रहे हो। इसके बाद शाम को पिता के मोबाइल से संजीवनी के कर्मचारियों से सूचना मिली कि उसके पिता को पीजी कॉलेज मैदान में अचेत अवस्था में मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया है .